बेमतलब का जोड़ा गया था हमे उनके साथ,
चुबने लगी थी अब उनकी हर एक बात।
जनाब, परवाह और शक में अंतर होता है,
जब अपना विश्वास ना करे ,
तब दर्द होता है ।।— % &-
Writing tells everything 🌸🥀
ए खुदा क्या खेल खेला है तूने ,,
किसी ने चाहा नहीं हमारा साथ ,
लो आखिर छूट ही गया हमारा हाथ,,
जो तुमने चाहा हो गया ना पुरा,
चल गए हमे छोर कर अधूरा ।।
— % &-
प्यार तो बहुत था पर शायद विश्वास की कमी थी,
नज़र तो उन्हे तलास्ती थी पर उनमें भी नमी थी,
खोजने निकले थे पर खो गए इन सुनसान राहों में,
मौका मिले तो मौत भी चुनेंगे उन्ही की बाहों में।।— % &-
क्यो न # तुम बर्फ बन # जाओ,,,
कितना # भी दूर # जाओ तुम मेरे # दिल मे जम जाओ।।❤-
एक वो रात थी ,,
हसीन सी मुलाकात थी ।
मिले थे दो बेगाने ,,
एक दूसरे से थे अनजाने ।
वो रात गई ,
सारी बात गई ।।
-
मैंने छोर दिया उनके हिसाब से चलना ,
उनके हिसाब से खुद को बदलना ,
अब फर्क नहीं पड़ता उनकी बेरुखी से
अब करती हूं सब में अपनी खुशी से ।।-
दोस्तों ,,
ये जिंदगी एक दरिया है ,
अगर सम्हाल कर पार कर लिया, तो बढ़िया है ।।-
वो शाम याद आती है,
उनकी याद बड़ा सताती है ,
हर लम्हा हम बिताया करते थे साथ,
थामे एक दूजे का हाथ,
अब छूट गए है सब रिश्ते पीछे,
इस दुनिया के बोझ के नीचे,
यादें ही कुछ अब रह गई है,
दिल एक है पर गम कई है।।-
सुनहरा था मौसम,
बस एक आप ही की कमी थी,
लोग तो बहुत थे,
पर आंखों में एक अलग ही नमी थी।।
-