मेरे प्यारे अध्यापक....
ज़िंदगी के अंधेरों से ,
आशा की किरणों तक।
मुझे मेरे बचपने से लेकर ,
पहुँचाया जीवन की हकीक़त तक।
ज्ञान की रोशनी से ,
जीविका के संचालन तक ।
संचार किया सभी भावनाओं का ,
गुस्से से लेकर प्यार तक ।
सीखा सबक उनके हर एक शब्द से ,
जो काम आ रहे हैं आज तक।
मेरे कक्षा के पाठ से लेकर,
जिंदगानी के नये उज्ले सवेरे तक।
मेरे चंचल मन के अनगिनत विचारों से लेकर,
सर्वश्रेष्ठ उत्तम आजीविका चुनाव तक।
हाँ मेरे ऊर्जा का केंद्र ,
हैं मेरे प्यारे अध्यापक ।
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