मोहब्बत की भेजी हुई कोई निशानियाँ नहीं देखी
किरदार में ऐसे डूबे कि हमने कहानियाँ नहीं देखी
मैंने कहा आपके आँख ज़ुल्फ़ें कान कितने सुंदर हैं
वो बोले कि आपने मेरी कानों की बालियाँ नहीं देखी-
पीतल की बालियों में बेटी ब्याह दी,
बाप मजदूर था.., सोने की खान में।-
कभी-कभी मेरा दिल
वो यूँ भी रख लेते है,
बस मेरी पसंद को
अपनी पसंद बना लेते है।-
Why do I need earrings . .
When your whispers
Adorn my ears .-
Golden ear rings may show
your richness infront of the world,
but your negative thoughts
make you poor infront of yourself..
-
ये झुमके !
कभी फ़क्र करते
रुख़सार को छूकर
कभी पवन के झंकोरे
के तपिश को दूर कर
शीतल स्निग्ध रुपायित होकर
और कभी अठखेलियां करती
अनगिनत निगाहों की
तलबगार बन कर !!!!!!— % &-
खनकते हुए कानों में सितार बालियां
देखा अब के पहने हुए यार बालियां
लिखा है बनारस से जब आओगे इधर
भूलना न लाना अब की बार बालियां
तुमने जो पहनाई थी जाते हुए मुझे
रोज़ निरखती है सूना द्वार बालियां
शर्ट में होगी या फिर कुर्ते की जेब में
तुम गए बिछड़ गई दो चार बालियां
आज भी पहनें हुए तुम्हारी दी हुई
रखी है चाहे पास में हजार बालियां
-