एक बार जो देख ले उसके रुख़सार का तिल
तमाम शब चाँद फिर अपनी चाँदनी न पहने
वो एक रंग बस उसी पे फ़ब्ता है कि कह दो
कोई भी अब से सूट आसमानी न पहने 💙-
Abhishekk Nagar
(अभिषेक नागर)
2.1k Followers · 161 Following
'It is my ambition to say in ten sentences what others say in a whole book.'
- Friedrich Ni... read more
- Friedrich Ni... read more
Joined 23 June 2017
13 OCT 2024 AT 0:18
4 SEP 2024 AT 19:58
राज कुमारी लगती हो ,
जान हमारी लगती हो ,
इतनी DP क्यूँ ही बदलना
तुम सबमें प्यारी लगती हो....-
30 DEC 2023 AT 14:35
जानता हूँ दुख बड़ा है
पर प्रिये जीवन पड़ा है
हाथ रखकर साथ चलकर हम सदा चलते रहेंगे
जानता हूँ..
( पूरा गीत कैप्शन में )-
27 JUL 2022 AT 21:53
बिछड़ने का यही सलीका उसका सबसे अजीब था,
वो तब हुआ जुदा मुझसे जब सबसे करीब था...-
26 JUL 2022 AT 20:21
एक मुद्दत के बाद मिली है डायरी,
एक मुद्दत के बाद कोई बात आई,
एक मुद्दत के बाद हुई है बारिश,
एक मुद्दत के बाद तुम याद आई. . .-
7 APR 2021 AT 9:10
" अच्छा सुनो... !! "
" हां... "
" मेरी भी हां... 🙈"
" हट! पागल.. "
-