ठीक हुँ में
बस यही समझाना था
खुद को मनाना था
बीते लम्हों को भूल
आगे बढ़ जाना था
कुछ नया कर दिखाना था
चेहरे पे मुस्कान लिए
होठों से शांत प्रिये
नये ज़माने में
अपना सिक्का जो ज़माना था !-
मिट्टी से बनकर मिट्टी में मिल जाना है
घमंड किस बात का दुनिया
में कुछ करके दिखाना है ...-
प्यार है तुजसे पर दिखाना नहीं आता मुजे,
में चाहे कितना भी बेपरवाह कियु ना रहु
पर तेरी परवाह है मुजे
अब ये जताना नहीं आता मुजे,
ये दोस्त तू मेरी जिंदगी का
वो पल है जिसे में
जिंदगी भर गवाना नहीं चाहता-
औकात दिखाने आए थे वो मुझको
मैंने देखने से मना कर दिया!
Auqat dikhane aaye the wo mujhko
Maine dekhne se mana kr diya!-
उसकी बेवफ़ाई में मैने भी
उसका भरपूर साथ दिया है
तभी कभी देखना नहीं छोड़ा उसे
सिर्फ और सिर्फ उसे दिखना बंद किया है-
कुछ दर्द ऐसे होते हैं,
जो छुपाए भी नहीं जाते और दिखाए भी नहीं जाते।-
कोई नहीं दिखाता खुशियों का आइना
हम अपने घर का आइना सम्भाले रखते हैं-
अरे दिखाने के चक्कर में
कुछ और न दिखा देना
इश्क़ रूह से किया है तो
जिस्म न दिखा देना।-
Dil is kadar bechara ho aaya
Darare kisse dikhay aur kisse chhupay
Es uljhan ka mara ho aaya
Jinhe dikhaya
Unhe smjh hi na aaya
Aur jo smjh skte the
Unsb se chhupaya
Dil kis kadar bechara ho aaya-