तेरे दिल में मेरी जगह कुछ खास है,
फिर क्यूँ लफ़्ज़ों पर ये चुप्पी का साथ है,
ढलती हुई शाम में न जाने कैसा ये एहसास है,
दिल में आपके भी बस वही एक बात है,
तभी आपकी आँखो की कशमकश से समझ गये,
कि क्यूँ दिल आपका भी इस क़दर बेताब है,
हालात उनके भी कुछ हमारी तरह ही नासाज़ है,
शायद इसीलिए लफ़्ज़ों पर चुप्पी का साथ है,
साथ तो अभी भी है, पर बस पहले आप पहले
की ज़रा सी एक बात है।-
हम दोनों का नुकसान हैं।
कभी तुम चुप तो कभी मैं चुप
अहसास में भर के
ख्यालों में डूब के
बात करना तो चाहती हूँ
इन चुप्पियों के वज़ह से चुप हो जाती हूँ।
हम तो बिछड़ के भी रो लेते हैं।
जिसने भी की प्यार से बातें
बात उनसे भी कर लेते हैं
पर ये चुप्पी बहुत खलती है मुझे।
OK Ha कर के पुरा दिन निकाल देते हो
पर फिर भी कुछ बोलते नहीं-
ज़माने भर में ढूंढते फिरते हैं ख़ुशी
छुपी हैं जो ख़ुद में कभी नहीं दिखी
जैसे हिरण ढूंढता रहा सारे जंगल में
पर कस्तूरी उसके अंदर ही थी छुपी-
हर कोई मौत से नही मरता जनाब,
कभी-कभी किसी की खामोशी भी मार डालती है ....
-
आज सूनी सड़कों पे चल रही है अकेली तन्हा रूह ,
कई यादों की बारात लेकर ,
कभी चुप्पी तोड़ने की कोशिश में तो कभी ख़ामोशी बयां करने को ।
-
हर दिल टूटे आशिक को शायर बनते देख रहा हूँ,
इसी बहाने लोगो में छुपी कला निखरते देख रहा हूँ l😂
-
खुद को चुप रखना ही बहतर समझता हूँ,
क्योंकि कम बोलूँ तो सवाल बन जाता हूँ
ज्यादा बोलने पर मजाक बन जाता हूँ ......-
Teri ek chuan ek lamha ban gayi
Kasak jiski aaj bhi hoti mehsus kahin kisi dil ke kone mei chupi....-