जो बीत रही है मुझ पर, किस को जा कर बताऊँ मैं
कौन सुनेगा मेरी किसको अपना हाल सुनाऊँ मैं-
ये ज़िंदगी निकले थे हम तेरी तलास मे ..
तु तो न मिली किसी रास्ते मे कही,
मगर खो हम गए तेरी तलास मे-
क्या खबर उस बेवफ़ा को, उसके लिए कितना रोया हूँ मैं,
ऐसी कोई रात नही गुज़री, जब बिना आँखे लाल किए सोया हूँ मैं...-
जो सोचा था वो हो न सका,
जो सोच नही सकता था वो हो गया,
मंज़िल तक पूछ कर भी,
सफ़र मेरा अधूरा रह गया
बिना किसी गलती के सजा मिली मुझे,
न जाने क्यों इश्क़ करना ऐसा गुन्हा हो गया,
किसी ने सब कुछ किया,
फिर भी उसे कुछ नही हुआ
मैं ने कुछ नही किया,
फिर भी मैं बुरा हो गया...-
उम्मीद और इश्क़, ये दो ऐसी चीजें है
जो इंसान को कभी किसी से नही करनी चाहिए
क्योंकि जब ये पूरी नही होती न तो
इंसान बुरी तरह से टूट जाता है-
ज़रा सी कद्र कर लेना मेरी, क्योंकि वक़्त और हालातों का कोई भरोसा नही
आज हूँ तुम्हारे पास तो ज़रा भी त्वाजु नहीं देते मुझे, कल क्या पता मैं तुम्हारे साथ रहूँ भी या नही"-
रगो मे बनके लहू,सीने मे दिल बनके धड़कना चाहिए
मैं रहूँ या न रहूँ, मेरा देश रहना चाहिए
हो कण कण मे खुशहाली, हर दिन दिवाली होनी चाहिए
इस मिट्टी की खुशबु यूँ ही सदियों बनी रहनी चाहिए
मैं रहूँ या न रहूँ, मेरा देश रहना चाहिए
वोही जज़्बा, वोही साहस हो हर किसी मे
हर घर मे बोस और भगत सिंह पैदा होते रहने चाहिए
मैं रहूँ या न रहूँ , मेरा देश रहना चाहिए
ऐसे ही बनी रहे देश प्रेम की भावना दिलों मे सबके
मेरे बाद भी करांति की लो जलती रहनी चाहिए
मैं रहूँ या न रहूँ , मेरा देश रहना चाहिए
जहाँ का एक एक निवासी फक्र करता हो खुद पर
दुनिया भर मे जिसकी मिशलें दी जानी चाहिए
मैं रहूँ या न रहूँ , मेरा देश रहना चाहिए-
बस एक तेरी यादों का ही तो सहारा है,
इसके सिवा आखिर कौन हमारा है...-
तूम जो आज हो वो आपने कल की वजह से हो,
और जो तुम कल होगे, वो आपने आज की वजह से होगे.....-