बच्चों के मासूमियत को सवारो बच्चों के सरारत में बच्चे बन जाओ फूलों के पंखुड़ियों सी कोमल त्वचा इनके उसमे भी बड़े नखरे इनके हर बात पे अटपटे सवाल इनके इस तुतले स्वर में खुद को डुबलो इस मे थोड़ा खुद के बचपन याद करलो आज दिन है बच्चों के दीवाली के साथ इनके साथ मसय बिताओ दिया सी इनके जीबन में भी रोशनी भरलो शिशु दिवस के सबको मुबारक