सच कहते है,
दिखावे की दुनिया हमें रास नहीं आती।
जो दिल से करते है हर काम
उनकी यादें मिटाने से भी ना मिट पाती।-
किस्त भरते भरते तेरी ज़िन्दगी.सकूं का
कहीं मेरा वो कच्चा मकांन नहीं मिला.
बिकबाली में कट गये पेड़ ज़मीं के. फिर
मेरे आँगन में मुझे वो नादाँन नहीं मिला.
शामों शहर जिसका ही ख्वाब देखा मैंने
सपने में भी मुझसे वो इंसान नहीं मिला.
कह रहा कोई के खस्ता हूँ ख्याल मै भी.
वफा के काबिल कोई ईमान नहीं मिला.
इल्जाम शहर पर तलाशी हमारी भी हुई.
दो वक़्त की रोटी का मेरे घर में उन्हें
सामान नहीं मिला.
-
तू चला तो गया दूर हर ज़ात से तो हर पात से
तू बहुत याद आयेंगा हर बात में तो हर साथ में-
Woh dikhai nahi deta hai, magar shamil zaroor hota hai,
Har aatm-hatyaare ka katil zarur hota hai ;
-
आसमां का गुरूर तो देखो,
आज उरूज़ पे आ गया
एक सितारे को फिर वो,
जो जमीं से चुरा गया ।-
मैं हर सुबह इस यकीन के साथ उठता हूँ कि मेरा आज बीते हुए कल से बेहतर होगा । नासमझ है वो अभी मेरी बात नहीं समझेगा, मेरी जगह नहीं है ना, मेरे हालात नहीं समझेगा।
-