Preeti Gupta 15 JUL 2020 AT 7:45 Hm bekhabar kya huye tum hoshiyar ho gyeDekhte hi dekhte mohalle keSardar ho gye. - MILIND TILWANKAR 19 JAN 2020 AT 14:56 बीता हुआ कल नहीं हूं जो भूल जाओगीबड़ा जिद्दी हूं ऐसे ही दूर कहा जाने दूंगाबातों में नहीं दिल में तो आ जाओगी - Bunny 17 SEP 2019 AT 12:29 आशिक हूं मैं बेख़बर हसीनाओं का,जो यकीन ना हो किस्सा सुन मेरी हर नज़्म का।।I am a lover of ignorant beauties,If you are not sure, listen to my every words.. - Shashank Tripathi निहार 31 AUG 2020 AT 13:27 मेरी सादगी पर हो जो तुम फिदा, ये तुम्हारे इश्क़ की मदहोशी हैतुमने पढ़ा ही नहीं चश्म-ए-दर्द मेरा, फकत लबों की खामोशी हैमेरे दर्द से बेखबर, खिंचे चले आते हो मेरी तरफइसे मैं क्या कहूं, बस तुम्हारे क़दमों की बेहोशी है - Paramjeet Kaur 24 JUN 2020 AT 11:25 कभी-कभी मैं बेखबर हो जाता हूंँदरिया से भी मैं प्यासा लौट जाता हूंँ।कोई जानता नहीं है मुझे अब तोमैं बेझिझक गलियों से गुज़र जाता हूंँ।आसमान तक भेज के देखा है मैंनेंअब दुआओं से भी मैं रूठ जाता हूंँ।इक रोशनी मैं हमेशा साथ रखता हूंँअंँधेरों में कभी-कभी खो जाता हूंँ।बारिश की एक बूंँद मुझ तक नहीं आतीबरसात में भी मैं तन्हा रह जाता हूंँ।दोस्तों से बिछड़े एक अरसा हो गयामैं ख़ुद की परछाई से अब डर जाता हूंँ।मयकदे में मिलते हैं मुझे अपनेजिन्हें सुन कर ग़मगीन हो जाता हूंँ।हाल-ए-दिल नहीं कहते किसी कोकि यादों में कहीं दूर चला जाता हूंँ।काफ़िले से कह दो कहीं और से गुज़रेकि सुबह होते ही मैं सो जाता हूंँ।ख़ुदा का फ़ैसला है बेहतर ही होगाबुरा भी लगे तो मैं मान जाता हूंँ। — % & - Deepti Sharma 10 JUN 2019 AT 15:22 कुछ तो खास रिश्ता हैं मेरा उस शख्स से ...यू ही नहीं सभी के नाम से मेरी आँखें नम हुआ करती हैं ... - Aman srivastava 21 SEP 2019 AT 9:41 खबर रहेगी ना खुद की... हर वक्त रहोगे बेखबर... इश्क कहती ये दुनिया जिसे...सच में है वो मीठा ज़हर... - Annu ghanghas 19 SEP 2021 AT 12:11 मशरूफ हूं मैं बेशक खुद में पर हालात से तेरे बेखबर नहींअब तेरा इंतज़ार भी ना कर पाऊं इतनी भी बेसबर नहीं।। - Ⓜ N@sim 27 SEP 2019 AT 9:53 हजारों कश्तियां तोड़ रही दम, दरियाओं के आंगन में,तुम हो की फरेबो के तूफां में, साहिल की तलब रखते हो। - Titli🦋 🦋🦋 20 MAR 2021 AT 12:27 دل میں حسرتِ دید کی قندیل جلاۓ میری یہ منتظر نگاہیں کِتنےعرصے سے دیکھ رہی ہیں اُسکی راہ اُس بے خبر کو خبر کہاں Dil me hasrat e deed ki qandeel jalaye meri ye muntazir nigahe Kitne arse se dekh rahi hain uski raah us be khabar ko khabar kaha✍️رائٹس۔ناعمہ اصلاحی -