रिश्ते बेहती नदी की तरह होने चाहिए
क्योंकि
अगर बे_ह_ते रहेंगे तो साफ रहेंगे और
स्थिर रहेंगे तो मैले भी हो सकते है-
Chup chaap si yeh raat hai,
Inn nigahon se behti huyi koi baat hai
Kuch toh sehme huye se hum hai,
Kuch khoye huye se aap hai
Bahut kuch kehna chahte hai,
Bas jazbaaton ka saath hai
Gum sum sa dil udaas hai,
Pyaare se khayalat hai
Na jaane kya haalaat hai,
Bas dil mein masoom si ek baat hai-
Aye nadi
Behti hui meri naav ko liye jaa rahi hai,
Dekhna vo kahin doob na jaaye,
Ek Aisa Kalrav Suna De Teri Lehron ka
Dekhte hi Dekhte Meri naav Kinare pe pahuch Jaye-
उड़ चलूँ इन हवाओं मे
पख फेलाकर
चलने के लिए धरती
और उड़ने के लिए आस्माँ
क्या कहूँ इन हवाओं से
ना ही कोई शिकायत है
और ना ही इसकी कोई परवाह
क्या कहना इन हवाओ का
कुछ ना कहकर भी सब कुछ कह जाना
इसकी फितरत है
छूकर भी ना छुना,दिखकर भी ना दिखना
किसी से खफा ना होकर सबको अपना कहना इसकी हकीकत है
यह हवाएँ कुछ इस तरह चली
हमारे दिल पर गोलियो सी चली
बेपरवाह प्यार था तुमसे
मुझ जैसी कभी ना मिली
लहरों से भी गहरा
यह इश्क़ तेरा मेरा
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बेहती हवाएं उसकी झुलफो को लेहरा जाती है
आंखो में काजल लगा कर वो बड़ा कमाल कर जाती है
❤️❤️❤️❤️❤️❤️-
Bahti huyi hawa k sath behte chle gye....
Saamne aaye har dard ko sehte chle gye....-
Behti hui zindagi mai vo
Ruka hua sa ek lamha tha
Vo shakhs duniya se nahi
Khud se hi haara hua tha-
बहते रहे नदी से ओर बढ़ते भी रहे
लेकिन आगे इतने न निकले के
एक पुकार सुन तक न पाएं-