ऑफ़िस मे भईया को कॉल आया
फ़ोन उठाया तो भाभी का नाम पाया
सोचा की क्या काम बताया
जो मैं भुल कर ऑफ़िस को चला आया
भईया ने फ़ोन उठाया पुछा क्या हुआ
भाभी ने अपना हाल बताया
पीछे से क्लियेंट का फ़ोन जो आया
भाभी को होल्ड पर बिठाया
गुस्सा हुई भाभी अब तो भईया की खेर नही
भाभी के गुस्से के आगे भईया भी शेर नही
भईया ने प्यार से एक तोहफा भेजवाया
तोह्फे मे ऐसी कोई बात नही
लेकिन भाई ने भेजवाया तो यह कोई आम बात नही
रूठने मनाने का सिलसिला यूही बरकरार है
लेकिन प्यार तो बडा बेहिसाब है
भाई आदात से थे बडे ही खराब
भाभी ने भी सोचा कुछ नही हो सकता जनाब
जो है जैसे है अब तो यह मेरे है
शिवा ने शानू से कहा हम तो अब तेरे है
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