Seema Gupta  
497 Followers · 47 Following

Post graduate
Working as Dy.Supdt.
Joined 21 May 2019


Post graduate
Working as Dy.Supdt.
Joined 21 May 2019
23 MINUTES AGO

मेरा होना उतना मायने नहीं रखता।
जितना तुमसे बंधन मायने रखता है।
जीवन एक बंधन ही तो है।
आजादी तो जीवन का एक क्षण है।
हर पल आजादी जीवन नहीं है।

-


27 MINUTES AGO

अच्छा किया तुमने काजल लगाया।
तुम पर नजर रखने वालों को भी।
हो जाएगी खबर कोई तुम्हारे लिए भी।
उतार रहा है नजर तुम्हारी।

-


41 MINUTES AGO

मिलाता रहा मैं नयन उनसे।
ये धोखाधड़ी भी मंजूर रही।

मैंने सारी सांझ बिताई इंतज़ार में।
ये जुदाई भी क्या खूब रही।

हद इंतज़ार की इस कदर गुज़री।
बेहिसाब यादें बटोर ली उस इंतजार में मैंने।

मैं लड़ता रहा खुद से इस कदर।
खुद से खुद की जंग की क्या बात रही।

हर बार हम लड़ते रहे दूसरों से।
खुद से परिचय कर लूं ऐसी बात न हुई।

-


AN HOUR AGO

सागर से तुम ओर मैं लहर लहर सी।
तुममें ही है ठिकाना मेरा तुमसे अलग नहीं वजूद मेरा।

-


AN HOUR AGO

खिड़की पर दिल के।
लगा रखी है क‌ई कड़ियां मैंने।

हैं भरोसा तुम पर मगर।
नहीं भरोसा रहा मुझे किस्मत का।

जाने कब दे जाए दगा।
मैं रखता हूं तुम्हें दिल की खिड़की पर।

करता हूं चौकीदारी रात भर कड़ी लगाकर।
मेरा तो नींदों से भी याराना न रहा।

तुम आए जबसे मेरा नाता न रहा सबसे।
एक तुम ही हो मेरे नातेदार।

बाकी सबसे मैंने किनारा कर लिया।
तुमसे ही मैं पहचाना जाने लगा।

-


2 HOURS AGO

हर पल मेरा साथ निभाए।
न छोड़ कर कभी भी न जाए।

दगाबाजियां नहीं फितरत इसकी।
एक परछाई ही है जो साथ छोड़ न जाए।

जीवन का हर पहलू हैं जानती।
सहे मैंने क्या क्या कष्ट सब है पहचानती।

मुझसे मेरी पहचान न वापस ले जाए।
अंतिम श्वास तक जीवन के मेरा साथ निभाए।

इससे बड़ा न कोई हमदम ओर हमदर्द मेरा।
परछाई न होने दें कभी जग में मेरी रूसवाई।

-


7 HOURS AGO

मंदिर में पुष्प चढ़ाएं जाते हैं।
क्या किस्मत है उन पुष्पों की।

जो मंदिर के द्वार पधारे जाते हैं।
हर पुष्प की कामना है यही पर आने की।

मिल जाए सब को ये द्वार।
ऐसे कर्म सभी कहां पा जाते हैं।

कुछ चढ़ते हैं अर्थी पर।
कुछ पांव तले रौंदे जाते हैं।

समझ न पाए कोई पीड़ा इनकी।
ये भी तो इंसानों जैसे अलग-अलग किस्मत पाते हैं।

-


7 HOURS AGO

शांत रहता है समुद्र।
शोर तो नहीं करता।
ये लहरें ही हैं चंचल।
हिरणी जैसी।
जो बल खाकर।
कर देती हैं विचलित।
ठहरे हुए सागर को।
लहरें तो सागर की।
दिल की धड़कन।
बनकर धड़कतीं हैं हृदय की।

-


18 HOURS AGO

ए इश्क।
तुम हसीं तो बहुत हो। तभी मुझे तुमसे इश्क हो गया। राहें हैं कंटीली बहुत तुम्हारी फिर भी मैंने हिम्मत दिखाई और कूद गया इश्क के मैदान में। लहू-लुहान हुए पांव मेरे लेकिन हार न मानी मैंने। मुझे मेरे घायल पांव ऐसे लगे जैसे मैंहदी हो लगाई। मैं बुनता रहा सपने तेरे, मुझे उस कंटीली राह का भान ही न हुआ। शायद ऐसा ही होता है ए इश्क तू कि मैं हर तकलीफ़ हर ग़म अपना भूलता चला गया।

-


19 HOURS AGO

जमाखोरों का जमाना है।
जमाखोरी हो धन की।

या हो जमाखोरी रिश्ते की।
किया नहीं करते जमाखोरी।

सब बांट दिया करते हैं।
कहते हैं बांटने से बढ जाती है शय।

मगर नहीं बांटते अगर कुछ तो।
वो है दुआएं उन्हें गुल्लक में।

किया करते हैं इकठ्ठा।
क्या खबर सब बांटा हुआ।

अगर बनने लगे चाहत तो।
वो दुआ ही काम देंगी न।

-


Fetching Seema Gupta Quotes