QUOTES ON #UPSC

#upsc quotes

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21 MAR 2020 AT 18:14

Dear Ex,
Part -1

Yaadein Teri tarpati hai
Tasveere Teri rulati hai....

Kuch Maa ke ladle breakup ke baad tut jaate hai

Aur hm jaiso main "UPSC" clear Karne ki aag lag jaati hai

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11 APR 2019 AT 21:03

Mushkile to bahut ayegi upsc clear krne m ... Lekin mera jazba bhi kam mt samjhana... Mushkile har man jayegi lekin mera jazba nhi .. Hoshla itna h ki dimag m bs yhi rhta h krna h to bas upsc...
😊😊

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23 JUN 2018 AT 12:50

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5 APR 2019 AT 21:45

असफलता एक चुनौती है स्वीकार करो,
कहां कमी रह गई देखो और सुधार करो।
जब तक सफल न हो नींद चैन की त्यागो तुम,
संघर्षो का मैदान छोड़ मत भागो तुम।

किए कुछ बिना जय जयकार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती


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17 JAN 2020 AT 22:13

FOR UPSCIAN...🥰👩‍✈️

हा चुना है मैंने बहुत कठिन ‌‌‍‌‍‌सफर ।।।।🙇
गुमनाम सी हो जाती है जिंदगी इस सफर में ।।।🙍
समुद्र की तरह गहरा है ये upsc का सफर ।।।🌊
माना मेहनत बेइंतहा मांगता है ये सफर 😴😴
पर हीरे जैसा ताउम्र सफर भी देता ये upsc।। 😘🥰
माना हार भी होगी जीत भी होगी पर जनाब जिंदगी
कमाल की होगी इस upsc के सफर में ।।।।🥰👩‍✈️

((Always keep it up never give up 👍)).

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5 MAR 2019 AT 21:55

Lahro se dar kar nauka par nhi hoti...
bina mehnat kiye upsc par nhi hogi...

😊😊

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18 AUG 2021 AT 17:48

.......चलो बहुत हो गया है शायराना
अब फिर से है किताबो मे खो जाना

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26 MAY 2020 AT 6:08

एक ये UPSC
और एक तुम
और ये चाय
हाए रब्बा 😍
तीनो से एक जैसी मोहब्बत

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15 AUG 2020 AT 7:42

बाकी सब रास्ते है
मंज़िल सिर्फ तुम
(IAS)


Instagram |mr_singhabp

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21 JAN 2021 AT 13:20

था जितना लगाव धूप से सरदियों के साथ
बस इतना सा बोलचाल था लड़कियों के साथ

क्यों भूलता नहीं इतनी कोशिशों के बाद
किस्सा शुरु हुआ था जो कनखियों के साथ

करवट बदल - बदल कर कटने लगी थी रात
यानी मानसूने इश्क आ गया था बदलियों के साथ

उसके बगैर पल भी, लगता था एक साल
मरने लगे थे हम भी, उसकी शोंखियों के साथ

सबकी नज़र में सादगी का था वो एक मिसाल
खिलता था जैसे चांद पर बिन्दियों के साथ

चाहत में पूरे हक से, माथा चूमने के बाद
करता था राज रूठकर , मरजियों के साथ

देता हमें था धमकियां, मरने कि बार बार
वाकिफ था संग - दिल, मेरी कमजोरियों के साथ

होता था मोम दिल मेरा, इस अदा के साथ
मिलता गले था जब मेरे सिसकियों के साथ

कितनी भी होंती मुश्किलें, कैसी भी हो हयात
साथी कुबूल था हमें, तू गलतियों के साथ

जिसे देखना ना था हमें, पल भर भी हां उदास
कैसे छोड़ कर गया हमें उदासियों के साथ

करता हो याद अब भी वो रुख़सतों के बाद
आता खयाल अब भी है, पर हिचकियों के साथ

"UV" बहुत है इतना, बाकी बहुत है यार
निकलेंगे राज और भी, पर व्हिस्कियों के साथ

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