-: Thursday Thought :-
Lesser the People, you Chill with.
Lesser the Bullshit, you Deal with!-
जो खुद कैद है कफस में,
उनसे आजादी क्या मांगना!
जो कर रहे कैद स्वयं के विचारों को,
उनसे सलाहें क्या मांगना!
जरूरी नहीं केवल शरीर को ही जकड़ा जाए,
जो जकड़ रहे अपने मस्तिष्क को
उनसे नए ख्याल क्या मांगना!!
उम्मीदें रखें भी क्या उनसे ,
जो खुद को ना जान सके!
जिस महफ़िल में बैठे,
वहीं के ख़ुद को मान चुके!
ना दृष्टिकोण नया , ना यायावरी का शौक है,
प्रेरणा नहीं लेते आदर्शों से बस मन बना रखा
विनाशकारी विचारों का चौक है|
ना तमक है ,ना जिजीविषा है, ना ही उम्मीद है,
मात खाए जा रहे खुद ही से, न सफलता की जिद है!
समय ख़त्म नहीं होगा, ना ही रुकेगा;
करना है तो अभी कर , फिर शायद कल तू ही न होगा|
दुनिया आश्चर्यों से भरी है, खोल अपने नेत्रों को अब तू;
स्वतंत्र कर दे विचारों को, और भंग कर
अब ये कारागार निराशा का तू!
सफर कर, नया बन, कर खुद में खुद की तलाश;
इंसान है यार तू न बन जिंदा लाश!
इंसान है यार तू न बन जिंदा लाश|
- Usha Kiran-
अंधकार में प्रकाश को खोजने की आवश्यकता नहीं, हिम्मत करके दीया जलाने की आवश्यकता है।
जिन्होंने यह हिम्मत की, उन्होंने अंधकार में भी रोशनी फैला दी।
दुनिया को जीवन की राह दिखाई,
वह दीपक है नानक, महावीर, बुद्ध, कबीर, जीसस,मोहम्मद और मेरे साईं।
समृद्धि का है यह कहना, साईं अपने आशीर्वाद प्रेम का दीया मेरे जीवन में सदा जलाए रखना,
प्रकाशित हो सबका जीवन सदा, ऐसी कृपा बनाए रखना।-
The fear of losing you doesn't terrify me now as you are no more away from me , you are
within me . And it doesn't matter, where you are and with whom you
are because every time I feel
your presence around
me in something or other.-
ये दूरियां और नजदीक ला रही है,
अधूरी कहानी में,
मुकम्मल इश्क़ दिखा रही हैं-
जिसको पाने के लिए मै सब कुछ भूल गयी
लाखों की भीड़ मे मैंने उसे बदलते देखा है.. !!-