*युवा दौर*
कुछ दर्द सुन लो हम युवा की,
तुम्हें लगता है ना हम करते है बस मस्तियाँ,
झांक के देखो घुट के रहे रहीं हमारी पसलियाँ,
हर उम्र का तकाज़ा लगाना मेरे दोस्त ,
ये उम्र में तानों की बरसात हुआ करतीं है ,
इतनी मेहनत करी क्या हुआ ??बोलता था पड़ता हूं क्या हुआ ???
बातें तो बहुत बड़ी करता था युंही आवारा निकल गया,क्या हुआ???
युवा जब ये सुनते है ना तो बुरा लगता है,,,
दिल उनका इतना भी मज़बूत नहीं दिल उनका भी दुखता है,
चाहे कितना भी सगा हो तुम्हारा वो भी तुम्हारे नाकामी को गिनाता है,
क्यूँ हर बात में ताना हर बात में तू साजिश रचता है ,,
एक बार उसके दर्द को देख तो सही वो कितना झूठा हंसता है ....
वो कितना झूठा हंसता है.....!!!
दो हौंसला उसे भी वो भी खुल के जीने लगेगा
झूठी हंसी हसने वाला एक दिन सच्चे दिल से हसेगा....
एक दिन सच्चे दिल से हसेगा....!!!
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