टूटे - फ़ूटे कुछ अल्फाज़ लिखती हूं
ख्वाबो में होती है जो मुक्कमल
एसी ही कुछ बात लिखती हुं
यूं तो घायल नहीं हुं मैं
पर उन घायल दिलो की आवाज लिखती हुं
कुछ अधूरी रह गयी कहानियों के
भीतर छिपे राज़ लिखती हूं
यूं तो इश्क़ किया नहीं कभी
पर उसमें होने वाले एहसास लिखती हुं
यूं तो शायर नहीं हुं मैं
बस टूटे - फ़ूटे कुछ अल्फाज़ लिखती हुं ...-
पहले लोग मर जाते थे
और रूह भटकाती रहती थी...
और अब ,
रूह मर जाती है
और लोग भटकते है...
-
When i try to make up ..
After seeing myself in the mirror😂😂
Me to my mirror reflection --
रूहानी महोब्बत करके तो देखो
जिस्मों कि चाहते भूल जाओगे
मीलों की दूरी के बाद भी
उनको खुद के करीब पाओगे
दिल के टुकड़े कर बेखेर देने पर भी
उसे बेवफा नहीं कह पाओगे
उसके दिए दर्दों को अपनाकर
उसी कि यादों के साथ घर बसाओगे
कभी रूहानी महोब्बत करके देखो
जिस्मों कि चाहते भूल जाओगे...
-Swara..
-
तेरी यादों में बैठे-बैठे न जाने कितनी रात गुजारी है
तु उस रोज की तरहा शायद फिर निकले मेरी गली से
इस उम्मीद में सुबह-शाम राह निहारी है
तेरे दीदार कि आस में अब हम भी गुजर जाएंगे
तु बस एक बार मेरी मैय्यत पर आ जाना
वरना अगला जन्म भी तेरी याद में बिताएंगे ...
-
मैंने दिल से बोला
बस बहुत हुआ अब थम जा यार
तब ये दिवाना बोलता है
थोड़ा और इंतजार कर ले
थोड़ा और राह तक ले
शायद हो ही जाए महबूब का दीदार ...
-
ये यादों के जो मौसम है
क्यो कभी ना ढल पाते है
क्यो हर रोज ये आकर के
मेरी रूह को तड़पाते है
लाते होंठों पर मुस्कान है
पर आंखें नम कर जाते है
दिल रोते रोते हसता है
और सांसों ठहर सी जाती है
वक्त बढ़ता है रफ़्तार से
पर हम पीछे चले जाते है
हम फिर से इन्हें समेट कर
कहीं दिल में छिपाते है
पर न जाने अगले ही पल
ये फिर कैसे आ जाते है
-Swara..
-
अगर जाना ही था तो आए क्यो थे
अगर ठुकराना ही था तो अपना बुलाए क्यो थे
अगर दिल दुखाना ही था तो मरहम लगाए क्यो थे ...-
लोग कहते हैं आंखें बंद करने पर
उसका चेहरा नजर आता है
लेकिन हम तो खुली आंखों से भी
तुमको देख लिया करते है-