शैतान जब इंसान का गुनाह देखता होगा ।
खुदको हमसे नेक-ए-दिल समझता होगा ।
वो भी बख्श देता है बेजुबान-ए-निर्दोष जनाब ।
हम अपने मतलब के लिए बख्शते नहीं किसी को ।-
इस जिस्म में सांसे कम है हम-साए में शैतान नज़र आए,
मैंने देखा था हरा सब अब जलता हुआ लाल नज़र आए।
जैसे पहले भी गुजरा हूं यहां से साए चलते नज़र आए,
दहशत को पहचान जन्नत से लग़्ज़िश-ए-पा नज़र आए।
फ़िक्र-ए-फ़र्दा अब किसको है यहां सारे हरबे अपनाए,
अब खुदा भी क्या करता वो तो हमें इंसान थे बनाए।
ढाए है सितम हमनें खुद ये शैतान कहीं और से नहीं आए,
मेरे अंदर था जो वो मर गया अब सांस कहीं और से आए।-
The devil mostly comes in action
during SECLUSION
He starts playing with your minds
during INDOLENCE-
मेरी अच्छाई से ज़्यादा
मेरी बुराई मशहूर है
इसमें तो बस
राहु और केतु का क़सूर है
तु मिटाना चाहता
मेरा हर एक वहजुद है
मेरा ना कोयी आकर
मैं हवाओ में हु
और शैतान मेरा भतीजा
बस इसी बात का ग़ुरूर है-
👰🏻तुम लड़की थोड़ी नटखट हो,🙋🏻♂️मैं बचपन से शैतान प्रिये...😉
☝🏻होगा अब जल्द🤝🏻मिलन अपना,😘तुम मत होना परेशान प्रिये...🙈-
बचपन से ही मेरे साथ है वो
मेरे जिगरी यार है वो
थोड़े नादान ज्यादा शैतान
क्या कहूं उनके बारे में यारो
मेरे जीने की आस मेरी जान है वो-
Kahte hai shaitan se nafrat hai
Or usi ko dil me basaye baithe hai
Ye kaise bande banaye tune ay khuda
Dekh ye tujhi ko bhulaye baithe hai-
नींद चुराने वाले पूछते हैं सोते क्यों नही,
कमबख्त इतनी ही फिक्र है
तो फिर, हमारे होते क्यों नही।-
लोग भोली सी सक्ल में,शैतानियत छुपाए रहते हैं ..(2)
जाने क्यूँ मेरे यार मुझसे ,ये बात हर बार कहते हैं |-