तुम्हारा प्यार तो उस “सफ़ेद “रंग की तरह था ,
जो हर रंग को अपना बना लिया करता था ,
एक रंगबिरंगी छाप छोड़ जाया करता था !!
तो आज वो रंग “काले” रंग मैं केसे बदल गया ??-
लड़की भले ही चौथी फेल, कूपमंडूक हो,
पर लड़के का सरकारी काम होना चाहिए।।-
आखरी रात की रवानी है दिसंबर
एक नई सुबह का वादा है दिसंबर
(बाक़ी कविता कैप्शन में)-
शराफत की सबसे सफेद पोशाक में बैठा रहा वो ..
जिधर जिधर निगाह दौड़ाई हर को तवायफ करता
रहा वो।।-
सफेद रंग में लिपटी खूबसूरत
रंगरेज से हंसने का पता पूछती हैं
वो लाल रंग दिखा देता हैं-
ज़मीं छीन के आसमां उसके नीले किये तो क्या किये..
अश्क़ भिगो कर चेहरा उसका लाल किये तो क्या किये..
अरमानों के रंग पे उसके यूँ अपने रंगों की सफ़ेदी फेर कर,
हाथ बांध कर हाथ उसके पीले किये तो क्या किये...।!।-
काले कपड़ों में सियासत कुछ ऐसी जमाई जाये,
सफ़ेद रंग कितना स्याह, ये वतन को बताया जाये।-
The biggest stress that people have is not of their own failures, but of another person's success.
Dusre ki kameez bhi zyada safed ho hum jal ke kaale ho jaatey hain.-