वो सर्दी वाली रात को भी,
बस तुम्हें देखने को छत पर चले आना...
हाँ वो पागलपन "सिर्फ मेरा",
आज भी कल ही की बात लगती हैं ना!-
26 DEC 2017 AT 13:32
12 SEP 2019 AT 20:28
महोब्बत में तेरी क्या से क्या हम कर गए
तुजे ना भूलकर हम खुदको ही भूल गए.....-
12 AUG 2018 AT 11:34
एक चाय दो कपों में बराबर सी बाँटकर..
अक्सर करती हूँ फ़रज कि तन्हा नहीं हूँ मैं...-
7 AUG 2019 AT 19:39
ये जो बातो ही बातो में वो अपना बना रही है,
इश्क़ करती है या बस दोस्ती दिल-ओ-जान से निभा रही है।।-
19 JUL 2020 AT 23:34
हमे खामोशी पसंद है पर इतनी भी नहीं की ग़लत को ग़लत ना कह सके..
दिल टूटा है पर इतना भी नहीं की अपने ख्वाबों को मुकम्मल ना कर सके....-
6 MAY 2017 AT 10:34
Dad's fist, mom's silence
bruises a kid and
does a damage just as deep....-