अक्सर में नाम छुपाया करता हूं तुम्हारा मेरी कविताओंमें
शादी में दुल्हन की मेंहदी की तरह,
अक्सर में तुझसे इजहार किया करता हूं तुमसे प्यार मेरा
इश्क में डूबे किसी आशिक की तरह,
अक्सर मैं तुम्हारे साथ रहने की कसमें खाया करता हूं
शादी में दिए जाने वाले सात वचनों की तरह,
अक्सर मैं तुम्हारी छोटी बातों को जानना चाहता हूं
बिलकुल तुम्हारे प्यार की तरह,
अक्सर तुमसे बेइंतहा इश्क मैं किया करता हूं,
किसी दीवाने की तरह,
बात ये भी तो है की प्यार आज है उतना कल भी होगा,
बिलकुल सच है सूरज की तरह,
अक्सर अपने प्रेम की तृशा को तुमसे बुझाना चाहता हु,
बिलकुल चातक पक्षी की तरह,
एक दिन तो आयेगा जो रंग खिलेगा हमारे प्रेम का,
शादी में हाथों में लगी लाल मेहंदी की तरह
- JAIMIN
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