अब प्यार कि कहानियों का सिलसिला खत्म हो चुका है अब तो किस्सा हुआ करता है.. बातें तो पहले हुआ करती थी अब तो सिर्फ दिल से बात करने का दिखावा हुआ करता है..
आज बहुत अलग सी महफ़िल है इस अकेलेपन में भी अकेला सा लग रहा है.. की मिल्कियत का दबदबा तो नहीं था रिश्तों में पर ना जाने आज रिश्तों को वक्त नहीं मिल रहा है....