उनके रुखसार पर ढलकते हुए अश्क़
मुद्दतो बाद नज़ाकत से कम हुए हैं
उनकी जुल्फों में कैद तन्हाई के आलम
मुद्दतो बाद ये सिलसिले खत्म हुए हैं
उनकी हँसी पर लगे दर्द के पहरे
मुद्दतो बाद मेरे आने से गुलशन हुए हैं-
आओ झुक कर सलाम करे उन्हें
जिनकी जिंदगी में ये मुकाम आया हैं
किस कदर खुशनसीब हैं वो लोग
जिनका लहू भारत देश का काम आया हैं 🙏🙏-
इतिहास बच्चों को देश का जब भी पढ़ाया जायेगा, किस्सा "जवानों की दिलेरी" का उनको सुनाया जायेगा,याद जब भी "लहू" देश का, देश को आयेगा, लेकर हाथों में "तिरंगा" , देश "वंदे मातरम" गायेगा।
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है नमन उनको, कि जिनके सामने बौना हिमालय
जो धरा पर गिर पड़े, पर आसमानी हो गए हैं
🙏🇮🇳
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"हमने भेजे हैं सिकन्दर सिर झुकाए मात खाऐ
हमसे भिड़ते हैं वो जिनका मन धरा से भर गया है
है नमन उनको कि जिनकी अग्नि से हारा प्रभंजन
काल कौतुक जिनके आगे पानी पानी हो गये हैं
है नमन उनको कि जिनके सामने बौना हिमालय
जो धरा पर गिर पड़े पर आसमानी हो गये हैं"
Ankit Dubey ©-
सुनो कहानी उस युद्ध की
आॅपरेशन विजय जो कहलाया था
पाक दुश्मनों को पीछे खदेड़ कर
भारत के वीरों ने तिरंगा लहराया था॥
भारत और पाक नियंत्रण रेखा के
कारगिल में दुश्मनों ने कब्जा जमाया था
भारत माँ की सुरक्षा की खातिर
वीरों ने जान का सौदा कर लिया था॥
कैप्टन मनोज पांडे वीर सेनानी
गोरखा बटालियन की कमान संभाली थी
खालू बार मोर्चे पे तिरंगा लहराने के खातिर
अपनी जान की बाजी लगा दी थी॥
कर्ज है देश पे उस लाल उबलते रक्त का
कैप्टन विक्रम बत्रा के रगों में जो दौड़ता था
दुश्मनों के छक्के भी छूट जाते थे
ये दिल मांगे मोर बोल के जब बढ़ता था॥
दुश्मन पाक की एक और हार थी
हजारों सैनिकों को मारा था हमारे वीरों ने
अनेक सच्चे वीर हमने भी खोये
कुर्बानी देकर जीत का बिगुल बजाया था॥
🇮🇳"कारगिल विजय दिवस*🇮🇳-
कारगिल विजय दिवस।
शहीदों को सत सत नमन।
फौजी मरता नहीं जनाब,
अमर हौ जाता हे।-
कारगिल की चोटी से दुश्मनों को,
फिर शहीदों ने ललकारा है।
"जो बचा है सब छीन लूंगा,
जो भी तुम्हारा सहारा है।
गिलगित, लाहौर, इस्लामाबाद
और ब्लूचिस्तान तुम्हारा है,
कश्मीर की बात ही मत करना वरना,
पूरा पाकिस्तान हमारा है।।"
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चल दिए अग्नि पर
वो आग की परवाह ना कर
चल दिए सरहदों पर
वो परिवार की परवाह ना कर
खा कसम वो माँ की
जिस जोश संग वो चले
लड़ गए वो देश के लिए
जान की परवाह ना कर.. 🙏
कारगिल विजय दिवस 🇮🇳-