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1 FEB 2020 AT 16:51
देखते ही देखते फरवरी भी आ गया,
आखिर तेरी यादों के सहारे जनवरी बीत ही गया।
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8 JAN 2023 AT 22:58
धीरे-धीरे यह ठंड फीकी पड़ गई थी...
कल तुम्हारा दिया गया स्वेटर जो पहना था..-
27 DEC 2020 AT 15:19
दिसंबर बिखर रहा है
जनवरी के स्वागत में,
तुम गर चाय पिलाओ तो
मै तुम्हारे घर आ जाऊं..!!-
27 DEC 2024 AT 13:38
आ रही है, जनवरी बाहें फैलाकर
कर रहा है, स्वागत दिसम्बर मोती बरसा कर
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31 DEC 2017 AT 14:18
की फिर होगी सुबह पिछली सुबह जैसी
नये रूप जैसे पहली धूप होगी जनवरी जैसी-