खुदा की रहमत
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2 AUG 2020 AT 21:56
गुज़र जाते हैं गुजरने वाले खैरियत पूछे बिना ही
मलाल दिल का भला किसीको कहां पता होता है-
21 JUL 2021 AT 10:25
न मौजूद है चांद मेरा,
न मिली चांद की दीद..
क्यूं बेरंग, बेमज़ा सी,
आई है ये मेरी "ईद"..-
5 JUN 2019 AT 15:31
हर मुराद हो पूरी
मांगने वालों की
हाथ उठाओ दुआओं में
कि दिन है आज़ ईद का.
हंसों, गाओ, खुशियां मनाओ
भाइचारे की भावना हर दिल में जगाओ
कि दिन है आज़ ईद का.-
31 JUL 2020 AT 8:48
Eid ke chand sa ishq karna hai mujhe tumse, jiske bagair Eid adhuri hai
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