It’s not easy to leave
what once felt like home—
even when love
turns to dust and stone.
But staying too long
in a place you've outgrown
is forgetting your heart
was born to roam.
-
Bookworm 📚
A music lover 🎧🎵🎸
Handicraft Artist 🎨🖌️
Teacher 👩🏻🏫
Simply An Aes... read more
Dear June, you come with golden light,
Soft sun that stretches long past night,
You paint the skies in hues so wide,
And call the wildflowers to confide.
The days drip honey, slow and deep,
Where secrets stir and no one sleeps,
And in your hush, the heart may bloom
A gentle peace, a softened room.
Dear June, you wear both joy and ache,
The dreams we chase, the ones that break,
But still you shine, and still you stay,
A tender pause along the way.-
ध्वनियों की
कई तरंग होती हैं
जो गूंज सकती हैं कई दूर तक भी
परन्तु
मौन गूंज सकता है
मन के तह से अनंत के उस पार तक।-
मेरे घर के बगल में एक दरख़्त हुआ करता था
जड़े ज़मीन चीरती थी और डालि आसमान को छुआ करता था
उसकी पहलू में मौसम करवटें बदलती थी
उसके सीने में चांद छुपा करता था
मुस्कुराया करता था वो
जब चिड़ियों की चहकहाट से उसका महफ़िल सजा करता था
छाव ऐसी जो जलते रूह को सुकून दे
पत्ता पत्ता उसका नज़्म गाया करता था
मेरे घर के बगल में एक दरख़्त हुआ करता था
जड़े ज़मीन चीरती थी और शखाए आसमान को छुआ करता था-
पंख फैलाकर उड़ जाना
मुझे कभी नहीं आया
उड़ने की कोशिश में हर बार मेरे पाँव
जमीन में और गड़ गए
मेरा नाता मिट्टी से जुड़ा अंबर से नहीं
पंख शाखाओं की तरह धूप सावन झेलते रहे,
पाँव जड़ों की तरह और मजबूत होते गए
मुझे चिड़िया बनने से ज्यादा सही लगा
वृक्ष बनना
जिस पर कोई चिड़िया अपना घोंसला बना सके..-
तुमसे आदतें बहुत सी हैं,
जा चुकी हैं कुछ,
पर बाकी बहुत सी हैं।-
मेरे हिस्से का
वसंत जब आएगा
एक बार में सारे
पतझड़ ले जायेगा
बस
डर इस बात का है
के कहीं उसके आने तक
ख़त्म न हो जाए
मुझमें वसंत का मोह-
घाट का एक खामोश पत्थर हूँ मैं,
मैंने नदी के बहाव के हज़ार चोटें खाई हैं-
उगी है ज्योति जग को तारने को,
जन्मा है तू कभी नहीं हारने को-