Tabassum Khan   (Tabassum Khan)
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Joined 1 July 2020


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Joined 1 July 2020
13 AUG AT 20:36

If I didn’t have the refuge of your name,
My days would be hollow, my nights the same,
A drifting soul with no place to stay,
A silent song that just fades away.

But you are the dawn my darkness sought,
The truth my wandering heart had caught,
Every heartbeat, every view,
Whispers softly — all I am is you.

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25 JUL AT 1:25

ख़ामोश इश्क़

मैं आसमान को देखूं तो तेरी तसवीर नज़र आती है,
ज़मीन पे नज़र डालूं तो तेरी परछाईं छलक जाती है।

फूलों को छू लूं तो तेरी खुशबू रूह में समा जाती है,
हवा से बात करूं तो तेरी सासें महसूस हो जाती हैं।

चाँद देखूं तो तेरा मासूम चेहरा झिलमिलाता है,
और सूरज की किरणों में भी तेरा ही नाम चमक जाता है।

सागर की लहरों में तेरा सुकून बहता है,
और हर लहर मेरी तन्हाई से कुछ कहता है।

हर मौसम, हर मंजर में बस तू ही तू नजर आता है,
शायद इसी को कहते हैं — ख़ामोश इश्क़, जो हर तरफ़ नज़र आता है।

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17 MAY AT 20:11

दुआओं में वो

मन्नतों का धागा बाँध आई हूँ,
आज फिर उसे दुआओं में माँग आई हूँ।

कि वो रहे चैन से — यही इल्तिजा रही,
अपनी हर तन्हा रात, उसी की ख़ैरियत में बिताई हूँ।

कभी लफ़्ज़ों में नहीं कहा उसे कुछ,
बस रब से हर बार ,उसी का नाम दोहराई हूँ।

वो दूर है, मगर दिल के बहुत पास है,
मैं आज भी ,उसी की हर बात में समाई हूँ।

किसी रोज़ लौटे ,वो किसी मोड़ पर —
यही उम्मीद लिए ,मन्नतों का धागा बांध आई हूँ।

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25 AUG 2024 AT 19:29

तुम्हें मुस्कुराते देख हम भी बेवजह मुस्कुराए थे ।
के आओगे मिलने ख़्वाबों में,ये सोच खुद ही खुदको गले लगाए थे।।
माना के तुम्हारे चाहने वाले कई हैं, पर यार अब इतना भी भाव मत खाओना।
DEAR CRUSH
प्लीज़ मान जाओ ना ...।।

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3 JUL 2023 AT 17:21

मौसम- ए -इश्क़ है, थोड़ा करीब तो आ ।
लबों को छू के गुज़रे ,उस बूंद की तरह।।


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18 APR 2023 AT 2:43

अपना लिया है तन्हाई को ।
पर मोहब्बत कम नहीं होता।।

सोचा भुला दूं उस शख़्स को।
पर यूं आसान नहीं होता।।

मुमकिन कोशिश करली ,की चाहु किसी और को।
पर किसी गैर को चाहु ये मन नहीं होता।।

कैसे क़ुबूल करू हिज्र को।
दिल-ओ-जान से मोहब्बत की ,ये कभी खत्म नहीं होता।।

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5 APR 2023 AT 12:14

किया था वादा मिलने का ,वो एक दीदार बाकी है । पर ना आना बाहर तुम ,मेरी जान कोई ईद न करले।।
अभी रमज़ान बाकी है।।।

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23 MAR 2023 AT 22:03

बेसब्र हु और हु बेकरार।
के आए वो दिन ,जब तेरे साथ में हो सेहरी ,और साथ हो इफ्तार।।

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15 FEB 2023 AT 21:37

मेरे ख्याल तुमसे हैं, और तुम्ही से ख़्वाब भी
मेरे अल्फाज़ तुमसे हैं ,और तुम्ही से जज़्बात भी।

मेरे दिन तुमसे हैं ,और तुम्ही से रात भी
मेरी हर बात तुमसे हैं ,और हर पल जो आती याद भी।।

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7 DEC 2022 AT 21:32

तेरे बाद किसी से न मोहब्बत होगी ।
गर बांध गए किसी रिश्ते में वो बस मजबूरी होगी।।

प्यार, इश्क़,मोहब्बत बस तुझसे है ।
कोई और आए दिल में ,ये दिल की भी न मंजूरी होगी।।

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