If I didn’t have the refuge of your name,
My days would be hollow, my nights the same,
A drifting soul with no place to stay,
A silent song that just fades away.
But you are the dawn my darkness sought,
The truth my wandering heart had caught,
Every heartbeat, every view,
Whispers softly — all I am is you.
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Kaise ho aap sabhi?....
*तबस्सुम की दुनिया में आपका स्वागत... read more
ख़ामोश इश्क़
मैं आसमान को देखूं तो तेरी तसवीर नज़र आती है,
ज़मीन पे नज़र डालूं तो तेरी परछाईं छलक जाती है।
फूलों को छू लूं तो तेरी खुशबू रूह में समा जाती है,
हवा से बात करूं तो तेरी सासें महसूस हो जाती हैं।
चाँद देखूं तो तेरा मासूम चेहरा झिलमिलाता है,
और सूरज की किरणों में भी तेरा ही नाम चमक जाता है।
सागर की लहरों में तेरा सुकून बहता है,
और हर लहर मेरी तन्हाई से कुछ कहता है।
हर मौसम, हर मंजर में बस तू ही तू नजर आता है,
शायद इसी को कहते हैं — ख़ामोश इश्क़, जो हर तरफ़ नज़र आता है।-
दुआओं में वो
मन्नतों का धागा बाँध आई हूँ,
आज फिर उसे दुआओं में माँग आई हूँ।
कि वो रहे चैन से — यही इल्तिजा रही,
अपनी हर तन्हा रात, उसी की ख़ैरियत में बिताई हूँ।
कभी लफ़्ज़ों में नहीं कहा उसे कुछ,
बस रब से हर बार ,उसी का नाम दोहराई हूँ।
वो दूर है, मगर दिल के बहुत पास है,
मैं आज भी ,उसी की हर बात में समाई हूँ।
किसी रोज़ लौटे ,वो किसी मोड़ पर —
यही उम्मीद लिए ,मन्नतों का धागा बांध आई हूँ।
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तुम्हें मुस्कुराते देख हम भी बेवजह मुस्कुराए थे ।
के आओगे मिलने ख़्वाबों में,ये सोच खुद ही खुदको गले लगाए थे।।
माना के तुम्हारे चाहने वाले कई हैं, पर यार अब इतना भी भाव मत खाओना।
DEAR CRUSH
प्लीज़ मान जाओ ना ...।।-
मौसम- ए -इश्क़ है, थोड़ा करीब तो आ ।
लबों को छू के गुज़रे ,उस बूंद की तरह।।
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अपना लिया है तन्हाई को ।
पर मोहब्बत कम नहीं होता।।
सोचा भुला दूं उस शख़्स को।
पर यूं आसान नहीं होता।।
मुमकिन कोशिश करली ,की चाहु किसी और को।
पर किसी गैर को चाहु ये मन नहीं होता।।
कैसे क़ुबूल करू हिज्र को।
दिल-ओ-जान से मोहब्बत की ,ये कभी खत्म नहीं होता।।-
किया था वादा मिलने का ,वो एक दीदार बाकी है । पर ना आना बाहर तुम ,मेरी जान कोई ईद न करले।।
अभी रमज़ान बाकी है।।।-
बेसब्र हु और हु बेकरार।
के आए वो दिन ,जब तेरे साथ में हो सेहरी ,और साथ हो इफ्तार।।-
मेरे ख्याल तुमसे हैं, और तुम्ही से ख़्वाब भी
मेरे अल्फाज़ तुमसे हैं ,और तुम्ही से जज़्बात भी।
मेरे दिन तुमसे हैं ,और तुम्ही से रात भी
मेरी हर बात तुमसे हैं ,और हर पल जो आती याद भी।।-
तेरे बाद किसी से न मोहब्बत होगी ।
गर बांध गए किसी रिश्ते में वो बस मजबूरी होगी।।
प्यार, इश्क़,मोहब्बत बस तुझसे है ।
कोई और आए दिल में ,ये दिल की भी न मंजूरी होगी।।
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