तेरे झुमके संग , मेरा दिल भी झूल रहा है ।
लेकिन अच्छा है , इसी बहाने तेरे गालों को चूम रहा है ।
तेरी पाजेब के साथ , मेरी धड़कन भी थिरकती है।
लेकिन इसी बहाने , मेरी सांसे तो चल रही है ।
तेरे नाक़ की नथनी , जो तुम्हारे नखरे उठा रही है ।
लेकिन इसी तरीके से , मेरी ख्वाहिशें जता रही है ।
तेरा मंगलसूत्र , जो गले लग शोभा दे रही है ।
लेकिन अच्छा है , तुझे मेरा हमसफ़र बता रही है ।
तेरे नगीने वाली अंगूठी , मेरे आंखों में चमक ला रही है ।
लेकिन , मेरे जीवन के हर लम्हे को दमका रही है ।
तेरी चूड़ियां , जो कलाइयों को थामे हुए है ।
लेकिन अच्छा है , मेरे जीवन को खनका रही है ।
तेरी बिछिया , जो क़दमों को चूम रही है ।
अच्छा है मेरे दिल-ओ-जहां , में दस्तक दे रही है ।
तेरी मेंहदी , जो हथेली को मेहका रही है ।
लेकिन मेरे ज़िंदगी को , प्यार के रंग से सजा रही है ।
तेरी ओढ़नी , चांद से मुखड़े को सजा रही है ।
लेकिन अच्छा है , लोगों कि नज़र से बचा रही है ।
तेरा सिंदूर , जो तुझे और भी मोहक बना रहा है ।
लेकिन अच्छा है , तुझपे मेरा ही हक बताता है ।
-anuradha sharma
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Aajau samne dulhan bankar
Kasam se
Jaan de doge muh dikhai mai
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आप सिर से लेकर पांव तक कयामत हो
उस रब की सबसे खूबसूरत इनायत हो
जिसे मिलोगी तुम उसकी लाइफ बन जाएगी
हाय ये खूबसूरत शैलजा किसी की वाइफ बन जाएगी ♥️-
दिल चुराने की सजा, हम जरूर देंगे,
ना हथकड़ी ना उम्रकैद, हम तो कुछ और देंगे,
है पसंद तो करो, अपने मोहब्बत का इज़हार प्रिये,
माँग सिन्दरी हाथ में कंगन, सबकुछ होगा मेरा तेरे नाम प्रिये।-
आज फिर किसी के किसी के हाथ मजबूरियों में बंधने जा रहे
फिर एक दुल्हन अपने मां बाप के लिए सजने जा रही
अपने प्यार को भूल कर अपने अरमान को दिल में दबा कर
हर रोज किसी अनजाने के लिए पल पल मरने जा रही
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बस एक दूल्हा,
घरवालों की पसंद का था !
वरना लहंगे से,
लेकर गहने सारे के सारे !
औऱ गहनों से,
लेकर सामान सारा दहेज का !
उस दुल्हन के,
पसंद का ही तो था यार !-
भव्य अट्टालिकाओं के
रुतबेदार चौखटों पर
उतरी
फूल सरीखे
नाजुक सी दूलहिनों
के हिस्से
सिर टेकने को
सीलन भरी दीवारें आईं-
दिल में जो प्यार है वो तुम्हे देना चाहता हूं
दिल की हर एक बात कहना चाहता हूं
कमी है एक साथी की में तुम्हारा साथ चाहता हूं
जीवन को हसीं बनाए वो जीवनसाथी चाहता हूं
लाल जोड़े में सजी मेरी तकदीर चाहता हूं
एक खुशहाल जीवन तेरे संग बिताना चाहता हूं
तेरे माथे पर मेरे नाम का सिंदूर देखना चाहता हूं
तेरे हाथों की मेहंदी में अपनी तस्वीर चाहता हूं
तेरे चेहरे पर खुशी की लाली देखना चाहता हूं
घर को स्वर्ग बनाए वो घरवाली देखना चाहता हूं
सुबह की चाय तेरे साथ चाहता हूं
घर के खाने में तुम्हारे हाथों का स्वाद चाहता हूं
हर जगह तुम्हारा एहसास चाहता हूं
तुम्हे पाना चाहता हूं अपना बनाना चाहता हूं
अकेले में मेरा दिल बस मुस्कुराता है
पर तुम्हे देख कर तो जैसे दिल को सुकून आ जाता है-
हाथों में मेंहदी लगानी है
तेरा ही नाम लिख कर तुझे ही दिखानी है
बता ये रस्म कब निभानी हैं
ज़िन्दगी क्योंकि तेरे साथ बतानी है !
बहुत कर लिया इंतज़ार हमनें
अब मुझको दुल्हन तेरी कह लानी है!
कसमें वादे बहुत कर लिए तुमने
अब तो सात वचनों की बात करनी हैं!
क्या तू तैयार है मेरे साथ ज़िन्दगी बिताने को
क्योंकि अब बात मम्मी को भी तो बतानी है !-
आँगन अपना छोड़ घर किसी और के जा रही हूं,
मैं अब तक बेटी थी अब बहू बनने जा रही हूं।
वालिद की शान से शौहर का मान बनने जा रही हूं,
मैं अब तक बेटी थी अब बहू बनने जा रही हूं।
अपना वजूद भुला पहचान नयी बनने जा रही हूं,
मैं अब तक बेटी थी अब बहू बनने जा रही हूं।
बेफ़िक्रीया भूल के ज़िम्मेदारीयां उठाने जा रही हूं,
मैं अब तक बेटी थी अब बहू बनने जा रही हूं।
बचपना यहीं छोड़ संजीदगी से रिश्ते निभा रही हूं,
मैं अब तक बेटी थी अब बहू बनने जा रही हूं।-