जब तुम्हे
कोई आई लव यू कहे
तुम दो कदम पीछे हट जाना तुरंत
पीछे हटना इस कदर
कि कहने वाले का मान न टूटे
और उसे भान न हो कि कदम आगे नहीं पीछे चले गए हैं
सुनो,
आई लव यू कोई मंदिर का प्रसाद नहीं है
कि बांट दिया जाए हर किसी को ,
लेने वाला भी
स्वाद न लगे तो आगे बाँट दे बचा हुआ
कोई तुम्हे आई लव यू कहे
तो पीछे हट जाना
इतना पीछे
कि कहने वाले की आँख में झांक सको तुम
देह की भाषा बांच सको
आतुरता व्याकुलता में
अंतर कर सको
देख सको गंभीरता
पढ़ सको
जब दिल में उतर जाए कहन
सिरहन दौड़ जाए
तब कदमों से कहना
आगे बढ़ो
माथे पर रख देना बोसा
मुंह से बेशक मत कहना
आई लव यू ।-
सुनो..
तुमसे ज्यादा क्या मांगू..??वक्त न होते हुए भी मेरे लिए वक्त निकाल लेना, वही काफी है
अपने काम में उलझ कर भी ,,मुझे याद कर लेना ,वही काफी है
खुद परेशान होते हुए भी,, मेरे नखरे उठाते हो , ये ही काफी है
गुस्से में होते हुए भी,, मेरी इज्जत करना नहीं भूलते,, ये ही काफी है
तुमसे और क्या ही मांगू,,, सच कहूं तेरा होना ही मेरे लिए काफी है ❤️-
क्या कहूं कि मेरे लिए क्या हो तुम..
उस भीड़ का सबसे अलग हिस्सा हो तुम..
हर वक्त जहन में जो रहता है..
वो अधूरा सा ख्वाब हो तुम..
यूं तो मोहब्बत नहीं कहूंगी इसे..
पर उस जुनून की पहली आग हो तुम..❤️✍️-
🌸✍🏻
मोहब्बत कोई बारिश नहीं..,,
जो बरसे और थम जाए..!! 🥀💌
मोहब्बत कोई सुरज नहीं..,,
जो निकले और डूब जाए..!! 🥀💗
मोहब्बत तो "हवा"है, जो चले तो जिंदगी..
और ना चले तो, मौत बन जाए.....🌸🙌🏻✍🏻-
बड़ी मुश्किल से रिहाई मिली है चाहत से..
अब ना किसीको चाहना चाहूंगी..
बहुत देख लिए अपने यह पे..
अब ना किसीको रोकना चाहूंगी..
हो गया इश्क़ से मेरा हिस्सा..
ना अब दोबारा मिलना हो पाएगा और ना कुछ कहना चाहूंगी..-
कभी तानों में कटेगी,
कभी तारीफों में;
ये जिंदगी है यारों,
पल पल घटेगी!
पाने को कुछ नहीं,
ले जाने को कुछ नहीं;
फिर भी क्यों चिंता करते हो,
इससे सिर्फ खूबसूरती घटेगी,
ये जिंदगी है यारों पल-पल घटेगी!
बार बार रफू करती रहूं,
जिन्दगी की जेब!
कम्बखत फिर भी,
निकल जाते हैं...,
खुशियों के कुछ लम्हें,
ज़िन्दगी में सारा झगड़ा ही...
ख़्वाहिशों का है !!
ना तो किसी को गम चाहिए,
ना ही किसी को कम चाहिए !!-
फासलों का फ़ैसला आसान नहीं था ।
कौन कहता है ये दिल परेशान नहीं था ।।
आंसू छिपे थे खामोशी के पीछे ।
कौन कहता है दर्द का निशान नहीं था ।।
ख़्वाब देखा था उम्र भर साथ का ।
कौन कहता है कोई अरमान नहीं था ।।
खतम हो गई ज़िंदगी सामने मेरी ।
कौन कहता है कोई नुक़सान नहीं था ।।-
तुम्हें हर बला से बचाते हैं लड़के,
दरख़्त में आशियाँ बनाते हैं लड़के,
बयां क्या करूँ इनकी दरियादिली को,
एक तुम्हारे लिए सिर झुकाते हैं लड़के।
जब नहीं आएगा कोई सुनने कहानी,
सितारों को किस्से सुनाते हैं लड़के।
ये लड़के हैं, लड़कों की फितरत यही है
जला करके सपने घर सजाते हैं लड़के।
आँखों से जिनकी ना एक कतरा बहा हो,
भला सोचो कैसे मुस्कुराते हैं लड़के,
कभी उसके कंगन, कभी माँ के गहने
कहाँ अपने लिए कुछ कमाते हैं लड़के ।-
कोई तो होगा मेरी तरह ,
मेरे जैसे बिखरा और टूटा हुआ
जिसे शायद मेरा समेटना ही रास आएगा
उदासी में लिपटा हुआ मुझसा
जिसको बस मुझमें सुकून आएगा
जहां सारा शहर होगा
वहां उसे मेरी कमी लगेगी
जिसके चेहरे पर मेरी मुस्कुराहट होगी
जो मेरी हर उदासी बाट लेगा
जिसके जुबां पर हर वक्त मेरा नाम होगा
जहां कोई साथ नहीं दे वहां वो होगा
मुझे समझेगा मुझे संभालेगा
कोई तो होगा मेरा कोई तो सुनेगा ..-
अकेले जीना, अकेले ही खुश रहना
हमें सीखना पड़ता है,
बदल जाता है जब कोई अपना
तो हमें ही बदलना पड़ता है,
समेट कर अपने दिल के टुकड़े को
ख़ुद को संभालना पड़ता है,
कितना भी बना रहे दर्द ज़िंदगी में
हमें मुस्कुराना पड़ता है..!!🍁🥀-