सुनो न...
बंद आंखों से भी तेरा दीदार करती हूँ
हाँ मैं तुझसे भी ज्यादा तुझे प्यार करती हूँ
भले ही खफ़ा क्यों न हो मेरी जिंदगी मुझसे..
मैं आज भी तेरी हो जाने का इंतजार करती हूँ
💓💓💓-
सुनो न...
जी भर के करूं दीदार तुझे अगर गवारा हो
बेताब मेरी नज़रें हों और चेहरा तुम्हारा हो
न जान की फ़िकर हो न ज़माने की परवाह..
इक तेरा प्यार सिर्फ़ और सिर्फ़ हमारा हो
💓💓💓-
होगी तलब तुम्हारी किसीको...
मुझे तो दीदार ही काफी है...
बातें भले ना होती हो...
तेरा होना ही काफी है...-
Sab bhul jaa dilaa
Bas ohda pehla didar yaad rakh
Oh kisdi tu kisda sab piche
Bas teri mohabbat aad rakh-
आज मुद्दतों बाद ही सही...
मुझे मेरी चांँद का दीदार तो हुआ...
चलो थोड़ी देर से ही सही...
उन्हें मुझसे प्यार तो हुआ...-
आज मुद्दत बाद ही सही...
मुझे उसका दीदार तो हो पाया...
पर उफ्फ! मेरी बदकिस्मती तो देखो...
मैंने उसको उसके जीवन साथी के साथ पाया...-
आज जो दीदार,
गवारा नहीं है,
तुम्हें !
एक दिन देखने को,
तरसोगे सनम,
तुम ही !
ये जान कर बेरुख़ी,
दिखा रहे हो,
जो तुम !
मेरी झलक के लिए दर दर,
भटकोगे सनम,
तुम ही !!-
आ गए हम आ जाओ तुम
अब बस तुम्हारा दीदार हो जाए
जिससे मेरे दिन की खूबसूरत सी शुरुवात हो जाए
ले आओ हाथ में चाय का कप तुम भी
दूर से ही सही एक कप चाय साथ साथ हो जाए-
उनके दीदार मात्र से दिल...
की नीवं तक हील जाती है...
वह सामने होती हैं तो...
जुबां पर बंदिशे लग जाती हैं...
पूरी रात मयखाने में...
भी ना चढ़ी थी मुझे...
उनकी एक नजर से मेरी...
जान नशे में झूम जाती है...-