तुम पूछते हो कि कितना प्यार करते हो
यार 50% बैट्री तो हम तुम्हारी dp और
Last seen देखने में खर्च कर देते हैं
हमको पता है कि तुम नहीं मिलोगी
मगर हम जानबूझकर कभी कभी तुमको
ऐसे ही Google पर भी सर्च कर देते हैं
यार मोहब्बत के रोग बहुत बुरे होते है
पता है अच्छे खासे इंसान के दिमाग को
पागलपन मैं Convert कर देते हैं
लेकिन तुम फिर भी नहीं समझते हो
आपके ये जानबूझकर मुझको इग्नोर
करने वाले Massage बहुत हर्ट कर देते है-
किया हर वादा निभाया ना गया उनसे
खुले दिल दहलीज आया ना गया उनसे
इक जरा सी बात पर हम गैर बन बैठे,
आंसुओं के बोल भाया ना गया उनसे
........
अब समझ आया ये सब कहानी है
बोलते हर लोग बस ज़ुबानी हैं।
दिल लगाना सिरफिरी रवानी है
बोलते हर लोग बस ज़ुबानी हैं।।-
Friendship is not converted love but
your bad situation as handle is the best
friendship.-
String of words
makes the
garland of feelings
That garland around the
neck, defines that feelings
belongs to you..-
एहसास बहुत लेट था,
पर ऐसा नहीं कि प्यार नहीं था।
दोस्ती था दोस्ती का वादा था,
इसलिए शायद खुद से भी इकरार नही था।
वक़्त गुजर गया बहुत,
लेकिन ऐसा नहीं कि प्यार नहीं रहा।
प्यार तो अब भी है,
लेकिन अब इक़रार का कोई अंजाम नहीं रहा।
-by prashant singh-
MERE PAAS
Jee to krta h puri duniyase chhin kr le aau tuze sirf mere paas...
Kyonki yeh dil yahi chahta h ke tu ho bass ek merehi paas.....
Iss dil ko na manjoor ke tu ho mere siva aur kisi ke bhi paas.....
Aisa lagta h ke tera har ek lamha,har ek pal bite bass merehi paas.....
Mera yeh ji tarasata h, tera ehsaas paane ke liye khudke aas paas....
Par kya kare ab aapki avaj k jariye hi sahi tum to bass ho mere paas.....
Merehi paass......
-
दिल अब पहले जैसा मासूम तो न रहा...
पत्थर तो न बना, पर मोम भी न रहा।-
""..तुझसे जो झगड़ जाऊं, तू लव सी के मनाया कर..
जो फिर भी ना मानूं, तो जानू.. मय पी के मनाया कर..!!""-
चुप चाप सेहते रहो तो आप अच्छे हैं,
अगर बोल पढ़े तो आपसे बुरा कोई नहीं।-
अपनी ग्रहस्ती को हमने कुछ इस तरह बचा लिया...
कभी आखें दिखा दी, तो कभी सर को झुका लिया...
अपनी नराज़गी को कभी लम्बा चलने नहीं दिया...
कभी वोह हस पढ़ी , तो कभी हमने मुस्कुरा☺️ दिया...
रूस बैठने 🤗से घर कहा चलते है...
कभी उसने गुदगुदा😛 दिया..
तो कभी हमने मना🤫 लिया...
खाने -पीने को लेकर कभी विवाद होने ही नहीं दिया...
कभी गरम 🍵 खा लिया, तो कभी ठंडे🧊 से भी काम चला लिया...
टीवी देखते समय कभी पंसद - नापसंद की बात ही नहीं की...
कभी उसके नाटक देख लिए, तो कभी उसको खबर और मैच दिखा🎎 लिया ...
रोज -रोज लड़ के कभी घर की शांति भंग नहीं की..
कभी 2-4 सुना दिया, फिर भी गले🤗 से लगा लिया...
पति हो या पत्नी महतब में कोई भी कम नहीं ...
कभी खुद को डॉन🕴️ बना लिया, तो कभी उसको बॉस👩⚖️ बना लिया...
-