Ek aur saal bitt gya ,
Jahen mein kyi sawaal kyi baatein ek baaar phir se rah gyi ,
Saal phir se badal jayega lekin sayad bahut saari baatein purani jaisi hi rah jayengi...!
❤️2021❤️-
"कराह उठता है कलेजा,
उन मासूमों के दर्द सुनकर।
जो बीता रहे हैं जिंदगी,
उज्वल भविष्य के सपने बुनकर।"-
मुस्कान ही एक ऐसा साथी होता हैं अपना जो कितनी भी मुश्किल आ जाये फिर भी हमारा साथ नहीं छोड़ती.....
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मौसम बड़ा सुहाना था मिलने की बड़ी आशा थी मैं प्यार करता था दोस्तों उस से पर वो मुझे नफरत में रुलाया करती थी
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आशाओं के आंसू बनकर बह चले है
जख्मों के जख्म पर जख्म ,जख्मी से
हो गए है
निराशाओं के डूबे संसार में
आशाओं के कब्र खुदने से लगे है
लोगों की भरी महफिल में
खुद के जज्बातों में जब्त
से हो गए है।
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खुशियाँ मेरी समुन्द्र की लहरों में कही खोई थी
आशाएं समुद्र किनारे चट्टानों से टकराने पर रोई थी
रेत- सी मैं खुद ही खुद के जज्बातों में फिसलती रही
पीछे रही दुनिया को पीछे मुड़ - मुड़ कर देखती रही✍️-
पानी में डूबे ख्वाब मेरे अल्फाजो के थे
जिन्हें आशाओं की लहरों में बहना था
शायद!! वक्त की दगाबाजी में और मेरी
जल्दबाजी में इन ख्वाबों को लहरों में
डूबोना था✍️🌊💧-
रात बीत गयी हैं
सुबह का आगमन हुआ हैं
ज़रा देखों तो, आने वाला वक्त
अपने साथ कितनी खुशियाँ लाया हैं l-
एक कदम कितना कुछ बदल कर रख देता है
एक पल में खुशियाँ तो दूजे पल ही ,
पछतावे की दहलीज़ पर लाकर
खड़ा कर देता है
एक बार टूटी हुई आशाएँ
जोड़ने पर फिर वापस नहीं जुड़ती,
बस दिखावे के लिए ही
मुस्कुराहट की चादर ओढ़ लेती है-