मेरा जीवन प्यार की सरिता
प्रेम है मेरा हिन्दी कविता
जो ठानू वो करके दम लूं
नाम मेरा है अंकिता
नही दुखाती दिल हूं किसी का
निर्मल मन है मेरा सच्चा
कोई रहे न कहीं दुखी भी
ईश्वर करदे सबका अच्छा-
ભુલાયેલી વિસરાયેલી વાત યાદ તો આવતી નથી ને
પુછજો એકવાર કોઈના કાળજાને ક્યાંક રોતું તો નથી ને-
टूटते हुए तारें से कैसे कुछ मांगू ?
जो खुद टूटा है वो मुझे क्या देगा ।-
Bhai mere ❤️❤️
Teri bahut yaad aati h
Kyu karta h mere khwabon ke liye itta
Y kaisa karz h mujh pr .....💞💞-
जिंदगी भर सजाने की बातें किया
करते थे जो लोग l
जिंदगी को सजा बनाकर गये है वो लोग ll
-
लहज़ा भले बदतमीज रखते हैं
लेकिन शब्दों का इस्तेमाल बेहतरीन करते हैं-
हमारे दागों पर तंज करते हैं वो
आईना तो हमारे पास भी है
अगर कहो तो दिखाएं क्या ?
-
नजदिकियां होते हुए भी हम फासलों में कैद है ।
आजादी होते हुए भी हम अपनी हदों में कैद है।।-
हमेशा के तरह इस बार भी एक मां बाप ने
अपनी बिटिया गवाया है फिर से एक मनचले
अपने स्वार्थ की खातिर किसी के मां बाप भाई,
बहन etc से उनको हमेशा की खातिर उनसे
जुदा कर डाला है अब फिर से जाकर हमारे
देशवासियों इनके इंसाफ के लिए कानूनों से
गुहार लगाया है हमे पता इतना जल्दी इंसाफ
मिल जाना एक सपना हैं क्योंकि हमारे देश में
कुछ ऐसे कानून हैं जो कि संभिधान के पन्नों
में सजावट और सारी दुनियां को उनसे बड़ा
होने को दर्शाया गया हैं इतना सब पता होने
के बाद भी हमारे देश के जनता को अपने
कानून और संविधान के कुछ अनुच्छेद में
लिखे हुए वादों से एक उम्मीद लगाए बैठा हैं
अब देखते है कब इस अपराधी उसके किए
कारनामें का कठोर से कठोर सजा दिया जाता
हैं... भाव पूर्ण श्रद्धांजलि ...🙏🙏🙏-