तुम्हारी आँखों में...
जैसे ठहरा हो एक अनकहा मौसम,
बिना बारिश के भी भीग जाती हैं पत्तियाँ मन की।
जब तुम पास नहीं होते...
मैं खिड़की से झाँकती हूँ,
हवा के हर झोंके में
तुम्हारी हथेलियों की गर्माहट ढूँढती हूँ।
तुम्हारे दीदार में...
कोई धूप इतनी नरम उतरती है,
कि ठंड भी अपना नाम भूल जाती है।
मैं तुम्हारे लौटने की कल्पना में...
अपने आँचल में गुलाब की पंखुड़ियाँ समेट लेती हूँ,
ताकि जब तुम आओ
तो तुम्हारा स्वागत केवल शब्दों से नहीं,
खुशबू से भी हो।
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आप सभी को मेरे यह कोट्स पसंद करने के लिए अंकिता की तरफ से ब... read more
मैं एक खिलता हुआ गुलाब
वो मुझे खिलाने वाला सवेरा...
मैं एक टुटा हुआ ख्वाब
वो मुझे पार लगाने वाला किनारा...-
With you, every path felt easy,
Your smile became my identity,
Your friendship feels like a gift from God.-
तेरी हँसी में छुपा है मेरा सुकून,
हर मोड़ पर तू बना मेरा जुनून,
दोस्ती तेरे बिना लगे अधूरा जुनून।
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चाँदनी बिखरी थी आँखों में,
सपनों की सीढ़ी चढ़ते रहे।
ना समय रुका, ना सांसें,
फिर भी दिल वहीं अटका है
जहाँ तेरा नाम गूंजा था।
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तुमसे बढ़कर है ना कोई दूजा
तेरी बातों में चाँदनी सी मिठास,
तेरी हँसी में सारा आकाश।
दुनिया को देखा हर नजर से,
पर तू ही रहा मेरा एहसास।
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राह देख बैठी पिया री,
नैणा बिछा धरा पर,
हिवड़े में हूक उठे,
घड़ी-घड़ी जड़ जाए डर ।
ओह आवे के सूंझ नहीं,
पर साँसां में नाम उकर ।-
અનુભૂતિની અદૃશ્ય લહેરે,
હૃદયે શબ્દ વિના કહ્યું ઘણું કેવળ સહેરે.
ન જોઈ શકાઈ, ન સમજાઈ શકે,
ફક્ત અંતરમાં જે ઊંડે ઊંડે વહે.-
सांसों की डोरी से बंधा हर पल है,
तेरे बिना ये जीवन भी अधूरा सा है।
हर सांस में तेरा ही नाम लिखा है,
जैसे तू ही मेरा आखिरी सपना है।
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