नेह की अल्हड़ता
दिया लोबान मांगे
सीटी दे रात कोयल
उल्लू का संग साजे
कौन सी बलाई ले
बवंडर न जीत पाए
चक्र लगे पांव को
दोपहर गुलेल भाए
चकरी में मन फंसा
खूंटे बिलाव बांधे
पेड़ के नसीब से
न मछली उड़न लगीं
भींच मुट्ठी करम की
कैसे भाग औरन का जगे-
The day you start
Communicating to your loved ones,
through WhatsApp status
instead of WhatsApp messages.
Learn that,
your relationship is under threat.-
मुझे देखकर अब अपना रास्ता बदल लेते है,
वो मुसाफिर कोई और नही मेरे ही दोस्त आस्तीन के सांप होते हैं।-
मैं बेहद खुश था अपनी ही दुनियाँ में - सब उथल-पुथल हो गया चन्द हादसों के बाद।
(घटना)-
शिकायत तो रहेगी हमेशा उनसे उम्र भर,
जो हमसे साथ चलने की कस्मे खाते रह गए।
दहलीज़ तक लाँघी नहीं जिसने मेरे दिल की,
और दिल लगाने की बातें बनाते रह गए।।
काश थोड़ी सी जीने की समझ होती उनमें,
मगर वो हमें जीने के कई रास्ते बताते रह गए।।
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मुझ पर एक एहसान कर दो।
मेरे हर ख्वाब को हकीकत कर दो ।
दुआओ में मांगा है रब से हमेशा तुम्हे ,
खुद को आज इसी वक्त मेरे नाम कर दो ।-
To be a part in being with someone in their tribulation and grief is more valuable than to be with them in their merry moments,
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कभी कभी दिल करता है
चले आए तुम्हारे कॉलेज
और खड़े हो जाए तुम्हारे क्लास के बाहर
और बोले May I come in Sir?
और तुम चौंक कर बोलो
अरे तुम्हारा ही तो इंतज़ार था हमें...!
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