जिस दिन आपने अपनी ज़िंदगी को खुलकर जी लिया,
वही दिन आपका है बाकी तो सिर्फ़
कैलेंडर की तारीख़े है॥-
आप कहते हो कि मैं आपको भूल जाऊं
पर क्या आप भी कभी मुझको भुला पाओगे
आप कहते हो कि मैं आपसे बात करूं
लेकिन जब भी मैं आपसे बात करती हूं
आप मुझे बांटने से ज्यादा चीजें छुपाते हो
तो आप ही बताइए मैं आपसे कैसे बात करूं
आप कहते हो कि मैं आपके साथ रहूं
लेकिन जब भी मैं आपके पास आती हूं
आपको खुद ही आपसे दूर पाती हूं
अब आप ही बताइए
आप खुद ही खुद के पास नहीं हो
तो मैं आपके पास कैसे रहूं
आप कहते हो कि मैं आपको भूल जाऊं
पर क्या आप भी कभी मुझको भुला पाओगे-
बीत गया पिछला साल भी,
करते हुए बस तेरा मेरा,
छोडो़ भी अब जाने दो कि,
किसके हिस्से पड़ा अंधेरा,
शुरुआत नई करते पंछी,
बना करके नया बसेरा,
मुबारक हो, मुबारक तुमको,
नए साल का नया सवेरा...-
याद बनकर ये दिल मे ठहर जाएगा,
अनकरीब ये साल भी गुजर जाएगा
गिले शिकवे मिटा दो सारे ये सोचके,
इमसाल हरेक ग़म कुच कर जाएगा
माफ़ किया मैंने दिल के अदुओ को,
इंकीसारी से किरदार निखर जाएगा
टूटा है धागा प्रीत का तो गांठ बांध लो
कम अज़ कम रिश्ता तो सुधर जाएगा
अब के जुदा होने का ज़िक्र ना करो,
क़ल्ब-ए-वैदेही, इस से मुकर जाएगा-
" खामोश है कलम....,
शब्द भी खामोश हैं....,
लबों पे ख़ामोशी...
बसर गुमनामी में...,
अब बता ज़िन्दगी...,
और क्या है....?
मुकम्मल तरीका...,
तुझे जीने का.........!! "
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2024 , A leap year with 366 days feels like ,
My Didu's coming home after 4 years along with her toddler.... Whom she usually leaves at her in-laws 🤭-