कुछ बातें अनकही सी जो मुझे बताना बाकी है...
कुछ जज्बात बिखरे से जो तेरे संग जोड़ना बाकी है.
कुछ राते अधुरी सी जो तेरे साथ बिताना बाकी है.
कुछ सपने अधूरें से जो तेरे साथ जीना बाकी है..-
खरीद सकू इतनी मेरी औकात नहीं..
फिर भी तेरे लिए मुस्कुराहटे हज़ार लाया हूं,
महंगा बहुत था तेरे लिए खुशी खरीदना,
इसलिए जो भी लाया हूं सब उधार लाया हूं।-
Technology is in the air,
Playing behind everywhere,
Taking man from earth to tip,
Also reach inside to sea deep,
Specialists busy to strong all spines,
Researchers' craze to touch the skylines.
But O mankind!
Stop using it to destroy,
If mother nature starts to cry,
EXPERT prepares its own destructive alloy.
#NationalTechnologyDay #11may
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नये सफर का वो पेहला सा दिन
Office में पहला कदम,
एक नई मंजिल का नया सा आगाज था।
सोफे पे बेठी कुछ सोच रही थी,
सायद भीड को देख ड़र रही थी,
जा फिर नए colleagues के बारें में सोच रही थी।
सामने बेठ सब को निहारे जा रही थी,
फिर सर नए बुलाया सबसे introduce करबाया ।
मैं सबके चेहरे निहार रही थी,
उन चेहरों में एक चेहरा नजर आया ,
ना सेतानी ना कोई मखोटा ,
जो दिल में बस वही चेहरे पे पाया ।
चार साल बीते उस बात को,
पर ना वोह चेहरा ,
ना वो office का पेहला दिन,
मैं भूल पाया••••••
आज फिर मुजे वोह दिन और चेहरा याद आया,
जिसे मैं कभी ना भूल पाया•••••••-