कभी आरजु थी कि हर कोई जाने मुझे ,
आज ये तलब है कि गुमनाम हि रहूं मैं !!
🔥🙌-
14 FEB 2021 AT 22:20
11 JAN 2022 AT 18:55
बात मन की थी बात मन तक पहुंची
हर रिश्ते में ईमानदारी है सबसे ऊंची
जरूरत तो इतनी ज़रूरी भी नही,किसी की
कुछ पल का सुकूं मिल सके
वही है इस दिल की रुचि
-
11 JAN 2022 AT 21:27
नैनों से अश्क, निकले अगर,
होठों तक आते, वो मिट जाए,
दुःख भी हो तो, ऐसा मगर,
अश्क भी, मुसकुराहट बन जाए।
ख्याल तो रखते है थोड़ा, मगर,
क्या करे, जो याद आ जाए,
साथ मिल जाए, थोड़ा अगर,
तो इन ख्वाब से, राहत मिल जाए।
आंखे बंद करके, सोए अगर,
क्या पता, मुलाकात हो जाए।
नींद हो भी जाए पूरी, मगर,
उस सपने में फिर खो जाए।
रास्ता तो जाता है, मगर
मुसाफ़िर कहीं खो, न जाएं।
दुआ होती हो पूरी अगर, तो
सपना वो हकीकत बन जाए।-
11 JAN 2021 AT 0:15
जिंदगी की राह में एक और एक दो नहीं ग्यारह होते हैं
हम दोनों इतने पास रहकर भी एक होने की आह भरते हैं-