आख़िर पत्र में ऐसा क्या था कि थॉमस एडिसन की माँ के नेत्र जल से भर गए.......
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15 / JUNE / 2020 / SCHOOL DAY
अब पता चल गया होगा कि स्कूल के बाहर बैठकर पढ़ना क्या होता है , डॉ. बाबासाहेब के वक्त तो मोबाइल, इंटरनेट भी नहीं था । मोबाइल, इंटरनेट तो दूर की बात है , उस वक्त तो सवर्णों के सिवाय किसी को पढ़ने का अधिकार भी नहीं था ।
वो याद करो कुर्बानी ये गाना सिर्फ जवान शहीदों के लिए ही नहीं है , वो गाना उन सभी के लिए है जिन्होंने हम सभी की गुलामी मिटाकर हमे इंसाफ दिलाया है ।
@ I Love You Babasaheb Ambedkar @-
पढ़ती है आज बेटी, लड़ती अँधेरों संग,
एक दिन पढ़-लिख, सबको पढ़ाएगी॥
चॉक व स्लेट लेकर, करती है श्रीगणेश,
खूब पढ़-लिखकर, सम्मान बढ़ाएगी॥
हिम्मत व हौसले से, लड़ती है संकटों से,
सूरज और चँदा-सी, वो जगमगाएगी॥
खुली है किताब देखो, खुले पर उसके हैं,
लगा उड़ान ऊँची वो, फिर लौट आएगी॥
सुनो बाबुल, न करो, चिंता और फिक्र तुम,
बिटिया तुम्हारी नए, आयाम छू जाएगी॥
लगन व उत्साह ले, रात भर पढ़ती वो,
देख मुख का उजाला, रात भी लजाती है॥
लाल फीता बाँधे चोटी, श्रम को कसे कमर,
पहने गुलाबी फ्रॉक, मन्द मुसकाती है॥
है पढ़ रही बिटिया, है बढ़ रही बिटिया,
देश विदेश सबका, वो मान बढ़ाती है॥
लिखती है 'श्रेया' जब, करती है गर्व तब,
माता-पिता को लेखनी, मस्तक झुकाती है॥-
सही क्या है, गलत क्या है,
ये सबक हमें पढ़ाते हैं आप,
सच क्या है, झूठ क्या है,
ये हमें समझाते हैं आप,
जब सूझता नहीं हमें कुछ तो
राहों को सरल बनाते हैं आप।
*शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं*-
तीन बुलाएँ
तेरह आवैं,
निज-निज विपदा
रोइ सुनावैं,
आँखौ फूटै
भरा न पेट,
सखि साजन?
नहीं...
ग्रैजुएट-
आप लोग जानते है भगवान श्री कृष्ण ने अपनी शिक्षा कहा पर प्राप्त की??
( READ CAPTION )-
एकदूसरे को नीचा दिखाने में ज़माना लाख नुख्स अजमाता है
एकमात्र शिक्षा ही है जो सबको बराबरी पर लाता है-
समाज द्वारा कमजोर ना बनने की शिक्षा
ही लड़को को बना देती है कमजोर,
वो अपने दुःख को दिखाने से सही
मानने लगते हैं छुपाना,
अन्दर ही अन्दर घुटते हैं पूरे जीवन,
और अंत में अपने मां,पापा,भाई,बहन
के गले लगने से समझते हैं आसान,
मौत के गले लग जाना..!!!!
:--स्तुति-