हंसने से तकलीफ होती है
रोकर भी आराम नहीं आता
जीना ही मुहाल है अब तो
मौत का भी पैग़ाम नहीं आता-
दिल की हसरत है मुझे पागल करार कर दिया जाए
तमाम रिश्ते नातों से मुझको फरार कर दिया जाए-
जब धड़कने बढ़ेगी मैं सांसे थाम लूंगी
कुछ ना कर सकूंगी तो तेरा नाम लूंगी-
मेरे हिस्से की सारी हंसी छीन कर
बहुत खुश है वो मेरी खुशी छीन कर
पास आया था लेकर जहां की खुशी
फिर ले गया सब कुछ वही छीन कर
तुम्हें अब कुछ दिखाई क्यों नहीं देता
वो पूछता है आंख की रोशनी छीन कर
लौटाएगा एक दिन वक़्त सब कुछ मेरा
ले गया है जो भी मुझसे कभी छीन कर
जिंदगी जैसी भी थी जिंदगी थी मेरी
जिंदगी को भी मौत ले गई छीन कर-
दूर रहने की कोशिश करती हूँ मगर मैं दिल से हार जाती हूँ
जहाँ कोई ठिकाना नहीं मेरा उसी दर पर बार-बार जाती हूँ-
पूरे वजूद के हुए टुकड़े-टुकड़े लाख बराबर
बहुत तलाशने पर निकले हम खाक बराबर-
कौन मेरी दास्ताँ जाने भला
मैं करूं ख़ुद तर्जुमाँ जाने भला
एक मैं सबकी हुई सबकी हुई
कौन है मेरा यहां जाने भला-
मुझको यार तेरी दी हुई दुआ लग गई
शुक्रिया मुबारक तेरी बद-दुआ लग गई-
गुज़र रहा हूँ मैं और गुज़र जाऊँगा
'वक़्त' हूँ ना सोचना ठहर जाऊँगा-