इंसानी फ़ितरत है बदलाव में जीने का
वो ब्रांड बदलता रहता है
इसीलिए कभी ब्रांड चायवाला तो कभी
ब्रांड चौकीदार बनना पड़ता है-
5 APR 2019 AT 7:53
3 NOV 2017 AT 8:10
बस छोटा सा फर्क है
तमीज़ और कमीज में
पर
तमीज़ बताता है "ब्रांड"
कमीज़ नहीं.......
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25 JAN 2023 AT 17:16
अभी अभी वही खुशबू तुम्हारे सेंट के ब्रांड की
मुझे भीड़ में लगा तुम ही हो यहीं हवाओं में!
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24 JUN 2022 AT 14:36
एक उम्र के बाद उस उम्र की बातें उम्र भर याद आती है। पर वो उम्र फिर उम्र भर वापिस नहीं आती हैं
✍🏻sps-