वो आँखें जब हमसे आँखें चुराती हैं
वो आँखें जब चुपके से कुछ कह जाती हैं
उन आँखों की कहानी नायाब है
हमारे शब्दकोश की हालत क्यूँ खराब है
सोचते सोचते दो ख़यालात से हुए हम रूबरू
उन आँखों की गुस्ताखियाँ
और
अपनी नादानियाँ
ये नादानी ही तो है भला
आँखे वो कह जाती हैं जो शब्द बयां नहीं कर सकते
और हम चले थे आँखों की कहानी शब्दों से बयां करने-
26 MAY 2017 AT 22:45
26 NOV 2018 AT 18:28
नादानियाँ मेरे उम्र से बड़ी कर दी,
खो दिया उसे मैंने उम्र भर के लिए !-
20 JUN 2020 AT 13:09
Teri kalam hi teri kataar hain,
Jugalbandi ki kala bemisaal hain!!
तेरी कलम ही तेरी कटार है,
जुगलबंदी की कला बेमिशाल हैं!!
🌹😘😘😘🌹-
4 SEP 2020 AT 9:51
नादानियां झलकती है... अभी भी मेरी आदतों से...
मै खुद हैरान हूं कि मुझे इश्क़ हुआ कैसे....!!!-
20 OCT 2020 AT 12:01
शरम से बंद होती आंखों की गुस्ताखियां
अल्हडो़ सी बिखरी जुल्फों की बदमाशीयां
बहुत कुछ है हमारे मेहबूब की नादानियां-
1 JUL 2021 AT 20:28
उम्र की नादानियाँ हैं, इश्क़-ओ-उल्फ़त कुछ नहीं
वक़्त आने पर ठिकाने होश के लग जाएँगे-
17 OCT 2020 AT 20:20
तेरे इश्क ने दिया सुकून इतना
कि तेरे बाद कोई अच्छा ना लगे
तुझे करनी है बेवफाई तो इस अदा से कर
कि तेरे बाद कोई बेवफा ना लगे।।-
27 JAN 2019 AT 15:27
नादानियां झलकती है अभी भी मेरी आदतों से ,
मैं खुद हैरान हूँ मुझे इश्क़ हुआ कैसे..-