"ख़्वाइशों का इक..ताला है
जिसमें "ज़िन्दगी" बंद हो गई है
हम ही कहीं रखके भूल गये हैं
पता नहीं.. चाबी कहाँ खो गयी है"-
कैद हूँ कब से बेचैनियों के तालों में
खोल दो जरा सुकून की खिड़कियाँ-
है प्रभु,
सफलता की 🔑 चाबी नहीं,
तो 🔒 ताला ही दे दो.
😌
😋
में 🔨 हथौड़ा मार मार के 🔓 खोल लुंगा.-
चोरों की बस्ती में रहते हैं
दिल की तिजोरी खुली छोड़ रखी है
न किसी की दोस्ती, न किसी का प्यार
न कोई पूँजी जोड़ रखी है
आयेगा ग़र कोई चोरी के इरादे से
तो कोई ताला न तोड़ पायेगा
देखेगा जब इस दिल का ख़ालीपन
ख़ुद का प्यार भी छोड़ जायेगा-
तालों की दुकान का ताला टूटा
जाने लूटने वालों ने वहाँ क्या लूटा?-
लगा था आज किसी समझदार से पाला पड़ा है
फिर समझ आया कि उसकी समझ पर तो ताला पड़ा है-
पीठ पे डंडा पांव में छाला
चार दिनों से नहीं निवाला
वो देखो लाश पड़ी है
और मैं भी हूं मरनेवाला
मेरा क्या है मज़दूर हूं मैं
मैं भूख-प्यास में पलनेवाला
सदियों से यूं जीनेवाला
पर चंद मास के भूखे बाला को
मैं कैसे समझाऊं ताला
जब वो मुझसे बिलख के मांगे
पापा कहां है मेरे दूध का प्याला ?-