🙏🏻 सुप्रभात 🙏🏻
-
किसी का प्रेम पाना
इतना आसान नहीं होता।
माता पार्वती ने दिया है ये उदाहरण हमें
प्रेम केवल मन को देखता हैं
शिव ने किया ये इशारा हमें
कौन कहता हैं प्रेम अधूरा होता है।
भगवान शिव ने पार्वती जी को
अपना कर दिखाया हमें
त्याग दिया खुद को इस संसार से
मां सती ने जब किया खुद को
अग्नि में समर्पित जब
फिर जन्म लेके पाया महादेव को उन्होंने
प्रेम सच्चा हो तो किसी ना किसी
जन्म में साथ मिलता तो जरूर हैं।
बस प्रेम कीजिए जिससे भी करते हैं।
बाकी का छोड़ दीजिए सब ईश्वर पर।
साथ मिलेगा की नहीं
आपको आपके प्रेमी का
मन से ये स्वार्थ निकाल कर
सिर्फ प्रेम कीजिए आप
🤗🤗🤗🤗🤗🤗-
पाताल हो या नभ की दुनिया
भूचर हो या ब्रह्माण्ड सकल
ये "ॐ "ही महकता है
सूक्ष्म हो या स्थूल जगत
जान गयी होगी सती
पर जगत नही जान पाया
मौत ही हो आधीन जिसके
क्या नही हो आधीन उसके
भूत, भविष्य, वर्तमान
तीनो काल है उनके भीतऱ
उनसे छिपा ना एक कण है
अतः देवो के देव वो "महादेव" है-
तुम भोले, तुम शम्भु, तुम जगत के आधार,
तुम्हरे शीश पर शशि शोभित अर्धचंद्राकार,
तुम्हारे ही जटाओं में जन्मी गंगा की धार,
कंठ विष कुंठित चहुँ ओर सर्पाकार।
तेरे चरणों की धूल मिलते, स्वप्न हो जाये साकार,
तेरे सिवा है कौन मेरा, कहाँ लगाऊँ जाके गुहार,
एक बार सुनले पुकार, मैं बिनती करूँ बारम्बार,
इस जीवन की नैय्या लगा दो भवसागर के पार।।
-
ॐ नमः शिवाय
हैसियत मेरी छोटी है पर मन मेरा शिवाला है
करम तो मैं करता जाऊंगा क्योंकि साथ मेरे
डमरूवाला है।
🔱शिव सत्य है🔱 शिव अनंत है 🔱-