मुश्किल घड़ी हो या कोई इन्तिहाँन हो
गहराई समुन्द्र सी हो या सामने कोई चट्टान हो
कुछ कर गुज़र जाने का जुनून रग-रग में हो
हार जीत की परवाह न करो चाहे जो भी अंजाम हो-
होली की बहुत बहुत शुभकामनाएं ।।।
रंगों का त्यौहार, लाये जीवन में खुशियों की बहार..!!
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फ़ागुन का महीना, वो मस्ती के गीत
रंगों का मेल वो नटखट सा खेल
दिल से निकलती हैं ये प्यारी सी बोली
मुबारक हो आपको ये रंग भरी होली
Happy Holi to you and your family 🙏
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विविध-विविध बोली-भाषा
विविध-विविध जन-मानस आशा,
विविध-विविध जाति प्रचंड,
धर्मों में विभक्त देश अखंड,
कुटिल-कुटिल सरकार राज,
भारत वर्ष बिगड़े हालात,
देश के संपन्न धन्ना सेठ,
मज़दूर, दलित और भूखे पेट,
ओ त्रासदियों के युग प्रहर,
संकट की दौड़ती लहर,
अंट-शंट होते चुनाव,
कर्क रोग सा बनता घाव,
होलिका होती नित वर्ष दहन,
तब भी मन का चोर होता गहन,
यहां जन-को-जन पर न विश्वाश,
अपनो पर करते अपने आघात,
दंभ का होता लालन-पोषण,
मनुष्यता का होता नाश,
ओ पहाड़-पर्वत धरती-अंबर,
ओ झरने-तपवन नदी-समंदर,
मैं अब भी सबको करता प्रणाम,
इस कुंठित जीवन की घटित शाम।
सभी के सभी सपने साकार हो,
मानवता अस्तित्व में रहे या न रहे,
मुबारक होली का त्यौहार हो।
मुबारक होली का त्यौहार हो।।
~हेमंत राय।
@writer_rai-