मै हस्ता तो हूं। यूं तस्वीरों में
वो पल भर की हसी इन तस्वीरों में
दोस्तो का साथ मिला इन तस्वीरों में
तस्वीर निकाल के देखा तो दोस्त साथ न थे।
बस उनकी वो पल भर की हसी थी इन तस्वीरों में
ना जाने कहां चले गए वो दिन
जब हम साथ साथ थे उन तस्वीरों में
तस्वीरों का रंग भी अब उड़ने लगा था
दोस्तो का साथ अब छूटने लगा था
क्यों की अब ना तो वो हसी थी ना उनका साथ।
बस अब तो घर की ये चार दिवारी,दिन और रात
अब ढूढता हूं उन हसी के पलों को
दोस्तो की वो बाते , हसी का आना
और तस्वीरों मे हसी का दिख जाना
ना जाने कहां चला गया वो बचपन
ना जाने कहां चला गया वो दोस्त
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28 FEB 2020 AT 18:41
26 AUG 2020 AT 10:15
मेरे चेहरे को देखो तो हस्ता मिले
इक भरोसा ही जग मै तो सस्ता मिले
तू फिरती चपल चांदनी मै कहीं
मेरे कांधे पे यादों का बस्ता मिले...-
28 SEP 2019 AT 2:31
ये आंखे इस दिल के कंधे पे ऐसे बस्ता है
की जैसे तेरे तस्वीर देखते
ही कोई और इस बीच हस्ता है।-
15 NOV 2017 AT 12:46
ऐसे ही रहना हमेशा मेरे साथ हस्ता...
तेरी ही बाहो में जहान मेरा बस्ता....।-
5 MAY 2019 AT 19:49
एक पल के लिए में बदल भी जाऊ,
रूह से अपनी में दगा कर भी जाऊ।
क्या हो पाएगा वो मंजर खुशनसीब,
अगर में पहले जैसा बन भी जाऊ।।-
7 MAY 2022 AT 20:30
कितना भी टूट जाऊं अंदर से,
जब भी मिलोगे मुस्कुराता ही पाओगे।
🙏🙏🙏— % &-
25 MAY 2020 AT 21:33
निकले तो थे दोस्त की तलास में उन्होंने दिल लगा कर हँसते हुए चेहरे को रोना सीखा दिया
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