हम ऐसे खो जाऐगें।
खामोशि की चादर ओढ़कर,
तुमसे ईतने दूर हो जाऐगें।
आज सामने है तो अनदेखा करते
हो,कल शायद हम न नजर आऐगें ,
तड़पोगे जब हमसे मिलने को,
तब अपना चेहरा भी न तुम्हें
दिखाऐगें,तुम्हें पता भी नहीं चलेगा ,
हम ऐसे खो जाऐगें।
आज बोलतें हैं चुप कराते हो,
हम ऐसे खामोश हो जाऐगें,
कि जब तरसोगे इस आवाज के लिए,
तब अपनी जुबान पर एक लफ्ज भी
हम ना लाऐगें
तुम्हे पता भी नहीं चलेगा,
हम ऐसे खो जाऐगें।
#रजनी डियर डायरी।-
मेरे दिल की सरजमीं में परिंदा सा फड फड़ाना
अपनी हर रंगो से मुझे भी रंग जाना
यू कुछ गुन गुना के अपने साथ ले जाना
नादानियों से अपनी मुझे पल पल चिढ़ाना ना
और जो रूठ जाऊ तो मासूम बन जाना
ना जाने क्यों अब अच्छा सा लगता है
किसीको लड़कपन भी अब सच्चा सा लगता है
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मैं तसविर तो तुम मेरे दर्पण,
और लोग बात करतें हैं मेरे ईश्क को साबित करने कि,
अरे वो खुदा जानता है कि मेरा हर एक लफ्ज है तुम्हें सम्पर्ण।
#रजनी डियर डायरी।-
हम अपने में मशगूल थे इतने
नहीं समझा प्रेम तुम्हारा !
अब तड़प के ये जाना
तुमसे प्रेम हमें था कितना !
अब तो मेरे भाग्य में बस
विरह सहना है तुम्हारा !!-
कि ये तेज हवाँए और ये तुफान तो बस मेरे मेहबुब का एक बहाना है,मिलो दुर रहकर भी उसे तो ईन बुदों के जरीए बस मुझे एक दफा छु कर जाना है।
#रजनी डियर डायरी।-
ये विरहाग्नि संभावित स्वयं ही चुनी हो तुमने ,
ना सुना हो बारम्बार पुकारना मेरा ।।।।
जिस तरहा तड़पाया है मुझको तुमने ,,,,
लिखा हो भाग्य मे तड़पना भी तेरा ।।।।
तेरे हिस्से मे हम आते भी कैसे ????
इतना आसान नही , प्रेम समझना मेरा ।।।।-
तुझसे दूर पर तुझमें सामिल क्यों है
खुशियाँ बिखरी और सपने रूसवा
भीड़ में तन्हा ये महफ़िल क्यों है
ना जाने ये पल खामोश क्यों है
आंखों में नमि पर लब पर दुआ
धुन्दला सा हमारा मंज़िल क्यों है-
अतीत
ईस एक शब्द के सामने आते ही नाजाने कितनों कि सासें,कितनों कि धड़कन ,कितने रिशते तो कितनों कि जिन्दगी कुछ पल के लिए थम सी जाती है।
#रजनी डियर डायरी।-
कि उनके ईश्क में घायल हम हुए,
कि उनके बरसात कि गेहरे बादल हम हुए,
और जब निखर गई मोहब्बत की कहानी ये हमारी,
तो उनके चाहत में सरेआम पागल हम हुए।
#Rajani dear dairy...-
अब जो चाहत कमने लगी है
दूरियां हद से बढ़ने लगी है
गलत तो नहीं था वह फैसला दिल करने लगा है!!
अब जो साथ होके भी कमी खलने लगी है
मुस्कान में भी दर्द दिखने लगे है
गलत तो नहीं था वह फैसला दिल करने लगा है!!
अब जो हम तुम्हे बुरे दिखने लगे है
पसंद थी जो हर बात तुम्हे ,अब सताने लगे है
गलत तो नहीं था वह फैसला दिल करने लगा है!!
गलत तो नहीं था ना??¿
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