शिक्षा धन प्राप्त कर
हम अपने जीवन को
बेहतरीन संवार सकते हैं......-
क्योंकि...
जीवन की राह में
नज़रे झुक जानी है !
जुबां की मिठास खो जानी है !
दिल की पसंद बदल जानी है !
कदमों की चाल बहक जानी है !
अंत में इन सांसों की भी
माला थम जानी है !
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सुनो.....
इश्क की चले जब पुरवाई
सांसों की महक हमारी आए !
तन्हाई अक्सर सताये जब कभी !
दिल में अहसास हमारा ही आए !
ख्वाब रातों को आए जब कोई
सूरत नैनों में हमारी ही आए !
चले जब वफ़ा का जिक्र कभी
उस खुदा के बाद
लबों पर आपके नाम बस हमारा आए !-
अजीब-सा कारवां है जिंदगी का
राहें तो है......
बस पता नहीं मंजिल का !-
नारी एक अस्तित्व........
मानव जाति की रचयिता नारी
फिर क्यों है अबला नारी ?
वक्त है बदला,सोच है बदली
नहीं है बेड़ियों में जकड़ी अब नारी ?
अपने परिवार का गुरुर नारी
क्योंकि अपना अस्तित्व बनाने की
अब उसने है ठानी......!
Always with u puju..💕-
वो.....अनजाना.....
तारों से खिल रहा आसमां
घनघोर पीड़ा से हृदय भरा
स्मृतियों की बह रही धारा
वक्त की गहराई में समाया रिश्ता !
तप्त कुंड में शीतलता की बातें
भस्म हुए उसमें सब वादे
रिसे आंखों से खुशियों के सपने
सदियों के बंधन कब जर्जर हुए !
दूर कहीं दिखता उसका साया
बोझिल उसकी खुशबू से तन मेरा
खो गया है कबका.....
फिर भी हमसफ़र-सा लगता
वो..... अनजाना.....!-
न बीता हुआ
न ही आने वाला......
है तो बस कुछ
बीती मीठी यादें
और कुछ
दिल में दबी उम्मीदें-
एनकाउंटर विकास दूबे का नहीं
बल्कि.......
उन सफेदपोश धारकों और खाकी वर्दी
वालों का होना चाहिए,जो विकास दूबे
जैसे जहरीले कीड़े को पनपने देते हैं ।
जाने हमारे कितने ईमानदार पुलिस कर्मियों
ने उसकी कीमत अपनी जान देकर चुकाई होगी ?
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जता न सके वो चाहतें
जो कर न सके हम इन लबों से बयां !
भुला दिये वो रास्ते
जो कर न सके थे हमे चाहकर भी जुदा !
कर न सके हम कुछ भी गिले
क्योंकि तेरी न थी उसमें कोई भी खता !
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