वो दिल हि क्या
जो जीने कि दुआ ना करे ।
वो आशिक हि क्या
जो प्यार भरी बाते ना करे ।
वो खामोशी हि क्या
जो खामोशी से प्यार ना करे ।
वो अपना हि क्या
जो खुद को अपनों से दूर रखे ।
वो इंसान हि क्या
जो किसी कि भी रिस्पेक्ट ना करे ।
वो दोस्ती हि क्या
जो साथ कभी निभाना पाये ।
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