।।।।
-
Follow me on Instagram { Mercury__007 }
एक दिन खुद को अपने पास बुलाया हमने, यार बना कर खुद को अपना.,
प्यार से समझाया हमने, ये मोहब्बत नहीं है अपने बस की बात,
बैठ कर सारी रात खुद को यही बताया हमने,
बहोत की खुद से फरियाद कि अब ना करेंगे तुझे याद.,
फिर भी करके तुझको याद खुद को खूब रुलाया हमने,
तेरी तस्वीर रखकर सामने, हाथ में लेकर जाम,
करके आँखे लाल, खुद को बहोत सताया हमने !!!-
दस्तक दी मज़हब ने जब दरवाजे़ पर.,
प्यार धीरे से खिड़की से फरार हो गया...-
मेरी आँखें बता रहीं हैं मुझे.,
कुछ बातें हैं जो खा रहीं हैं मुझे.,-
ख़फा करके मुझको
वो सीने से लगा लेता है
कुछ इस तरह वो हर बार
मुझको मना लेता है।।।
-
आँखें ही क़ातिलाना हैं
तो वार होना भी लाज़मी था
शुक़्र मनाओ तुम...
कि क़त्ल होने से बच गए-
वीरान होंठों पे उसने मुस्कान एेसे भर दी
जैसे किसी बेवा को कोई सुर्ख़ चुनरी दे दे !-
न लखनऊ मेरे मुख़ातिब है
न मैं लखनऊ के मुख़ातिब हूं
मैं वाक़िफ नहीं लखनऊ से ज़रा भी
फिर भी मैं हद से ज़्यादा वाक़िफ हूं
-